धान बिक्री को आनलाइन टोकन व्यवस्था खत्म
पीलीभीतजेएनएन धान की सरकारी खरीद में किसानों के लिए आनलाइन टोकन प्राप्त करने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। पंजीकरण कराने के उपरांत किसान सीधे क्रय केंद्रों पर अपना धान ले जाकर तौल करा सकते हैं।
पीलीभीत,जेएनएन : धान की सरकारी खरीद में किसानों के लिए आनलाइन टोकन प्राप्त करने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। पंजीकरण कराने के उपरांत किसान सीधे क्रय केंद्रों पर अपना धान ले जाकर तौल करा सकते हैं।
शासन ने इस बार धान की सरकारी खरीद में यह अनिवार्य कर दिया था कि संबंधित किसान आनलाइन टोकन प्राप्त करेंगे। जिस दिन टोकन प्राप्त होगा, उसी दिन अपना धान संबंधित क्रय केंद्र पर ले जाकर तौल कराना आवश्यक है। अगर किसान किसी कारण उस दिन धान लेकर क्रय केंद्र पर नहीं पहुंच पाता तो उस टोकन की वैधता खत्म हो जाएगी। अगले दिन फिर आनलाइन टोकन लेना होगा। इस अनिवार्यता का किसान शुरू से ही विरोध करते रहे हैं। किसानों का कहना है कि आनलाइन टोकन मिलते ही तुरत धान लेकर क्रय केंद्र पर पहुंचने में दिक्कतें आती हैं। आनलाइन टोकन प्राप्त करने में कई बार इंटरनेट की समस्या भी आड़े आने लगती है। अब सरकार ने आनलाइन टोकन व्यवस्था को खत्म कर दिया है। जो किसान सरकारी क्रय केंद्रों पर अपना धान बेचने के लिए पंजीकरण करा चुके हैं, वे धान लेकर सीधे अपने केंद्र पर पहुंचे और तौल कराएं। संभागीय खाद्य नियंत्रक जोगिदर सिंह के अनुसार किसानों के हित में शासन ने धान खरीद के लिए आनलाइन टोकन व्यवस्था को समाप्त कर दिया है। जिन किसानों ने अभी तक पंजीकरण नहीं कराया, वे पंजीकरण कराकर अपने निकटतम क्रय केंद्र पर तत्काल धान विक्रय करके मूल्य समर्थन योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। मालूम हो कि एक दिन में 50 क्विंटल धान खरीद की बाध्यता से किसान परेशान थे।