मगरमच्छ के हमले में एक की मौत, दो घायल
पीलीभीतजेएनएन बाढ़ के दौरान नदियों से बहकर खेत-तालाबों में पहुंचे मगरमच्छ किसानों के लिए मुसीबत साबित हो रहे हैं। मगरमच्छ के हमलों में एक किसान की मौत हो गई जबकि दो अन्य किसान घायल हो गए। जिनका निजी चिकित्सक के यहां उपचार कराया जा रहा है।
पीलीभीत,जेएनएन : बाढ़ के दौरान नदियों से बहकर खेत-तालाबों में पहुंचे मगरमच्छ किसानों के लिए मुसीबत साबित हो रहे हैं। मगरमच्छ के हमलों में एक किसान की मौत हो गई जबकि दो अन्य किसान घायल हो गए। जिनका निजी चिकित्सक के यहां उपचार कराया जा रहा है।
शुक्रवार को सुबह करीब साढ़े आठ बजे अमरिया क्षेत्र के गांव नगरिया कालोनी निवासी विश्वजीत व गौतम बर्मन अलग-अलग अपने खेतों की ओर जा रहे थे। विश्वजीत जब डबरी नदी में घुसकर निकल रहा था, तभी एक मगरमच्छ ने उसका पैर दबोच लिया। इस पर चीखने लगे। कुछ दूर खेतों पर काम कर रहे अन्य ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जैसे तैसे किसान को मगरमच्छ के हमले से बचाया। इस हमले में विश्वजीत के पैर में घाव हो गया। दूसरी ओर गौतम बर्मन अपने खेत पर पहुंच गया था। वहां भी मेड़ के पास भरे पानी में एक मगरमच्छ बैठा हुआ था। जैसे ही गौतम वहां पर पहुंचा तो मगरमच्छ ने उछाल मारकर उसी जांघ दबोच ली। तब उसने भी शोर मचाया। अन्य लोग मौके पर पहुंचे और उन्होंने काफी मुश्किलों के बाद किसान को मगरमच्छ के चुंगल से छुड़ाया। दोनों किसानों को उनके स्वजन निजी चिकित्सक के पास ले गए। वहां उनका उपचार किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ के दौरान देवहा नदी से निकलकर कई मगरमच्छ डबरी, तालाब और खेतों में भरे पानी में जा पहुंचे हैं। ऐसे में खेत पर जाने के दौरान काफी सावधानी बरतनी पड़ती है। खेत की मेड़ के पास मगरमच्छ के मौजूद होने की सूचना सामाजिक वानिकी को दे दी गई है।
पूरनपुर : हजारा क्षेत्र के गांव सिद्धनगर निवासी राजवीर सिंह ने पुलिस को बताया कि भाई अवतार सिंह 19 अक्टूबर को पशुशाला में मवेशियों को चारा डाल रहे थे। पशुशाला में तीन फिट के करीब बाढ़ का पानी भरा था। उन्होंने बताया कि अचानक मगरमच्छ ने उन पर हमला कर दिया और गहरे पानी में लेकर चला गया। ग्रामीण के एकाएक गायब हो जाने के बाद सभी ने उनकी आसपास तलाश की लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। पानी की अधिकता के चलते ठीक से वह लोग तलाश भी नहीं कर पाए। गुरुवार को घर के पास शव पानी में उतराता देखा गया। इस पर खलबली मच गई। चारों तरफ पानी होने और पोस्टमार्टम के लिए शव ले जाने में दिक्कत को लेकर देर शाम पार्थिव देह का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इंस्पेक्टर हजारा हरीशवर्धन सिंह ने बताया कि अवतार सिंह के भाई ने मगरमच्छ के हमले में मौत होने की सूचना दी है। सभी जगह पानी भरे होने के कारण शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। उन्होंने बताया कि सिद्धनगर में मगरमच्छों का प्रकोप है। कुछ लोगों ने अभी भी वहां कई मगरमच्छ होने की जानकारी दी है।