2000 वाली एंबुलेंस के अब देने होंगे 6500 रुपये

एंबुलेंस संचालक साधारण दिनों में पीलीभीत से बरेली आक्सीजन युक्त एंबुलेंस के 2000 रुपये लेते हैं। यह किराया अधिकतम 2500 रुपये तक हो जाता है लेकिन इससे अधिक नहीं। अब जिलाधिकारी के नए आदेश के बाद कोरोना महामारी की मार झेल रहे लोगों की आपात स्थिति में कमर टूटने वाली है। दो हजार वाली एंबुलेंस के लिए अब लोगों को 6500 रुपये देने पड़ेंगे। इसी प्रकार पीलीभीत से लखनऊ दिल्ली या अन्य बड़े शहरों तक आक्सीजन लगाकर मरीज ले जाने के लिए एम्बुलेंस संचालक 20 से 22 रुपये प्रति किलोमीटर किराया लेते थे। लखनऊ या दिल्ली तक लगभग 6500 रुपये में एंबुलेंस चली जाती थी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 11:37 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 11:37 PM (IST)
2000 वाली एंबुलेंस के अब देने होंगे 6500 रुपये
2000 वाली एंबुलेंस के अब देने होंगे 6500 रुपये

पीलीभीत,जेएनएन: एंबुलेंस संचालक साधारण दिनों में पीलीभीत से बरेली आक्सीजन युक्त एंबुलेंस के 2000 रुपये लेते हैं। यह किराया अधिकतम 2500 रुपये तक हो जाता है लेकिन इससे अधिक नहीं। अब जिलाधिकारी के नए आदेश के बाद कोरोना महामारी की मार झेल रहे लोगों की आपात स्थिति में कमर टूटने वाली है। दो हजार वाली एंबुलेंस के लिए अब लोगों को 6500 रुपये देने पड़ेंगे। इसी प्रकार पीलीभीत से लखनऊ, दिल्ली या अन्य बड़े शहरों तक आक्सीजन लगाकर मरीज ले जाने के लिए एम्बुलेंस संचालक 20 से 22 रुपये प्रति किलोमीटर किराया लेते थे। लखनऊ या दिल्ली तक लगभग 6500 रुपये में एंबुलेंस चली जाती थी।

मुख्यमंत्री के आदेश पर जिलाधिकारी पुलकित खरे ने जनपद में प्राइवेट एंबुलेंस का किराया तय कर दिया। डीएम ने रविवार को आदेश जारी कर आक्सीजन रहित, आक्सीजन सहित व वेंटीलेटर बाइपैप युक्त एम्बुलेंस के लिए श्रेणीवार किराए की घोषणा की। आदेश जारी होते ही इंटरनेट मीडिया पर लोगों ने दरों को काफी उच्च बताया। लोगों ने अन्य जनपदों की अपेक्षा किराया अधिक बताते हुए कम किए जाने की मांग की। इस बाबत कई लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट किए जिसमें अधिकांश लोगों की सहमति मिली। लोगों ने जिलाधिकारी बरेली नीतीश कुमार व जिलाधिकारी रायबरेली वैभव श्रीवास्तव के आदेशों को शेयर किया जिसमें पीलीभीत के मुकाबले किराया दरें कम है।

जिलाधिकारी की ओर से जारी आदेश में आक्सीजन रहित एंबुलेंस का किराया 1000 रुपये प्रति दस किलोमीटर व उसके उपरांत सौ रुपये प्रति किलोमीटर तय किया गया है। इसके विपरीत बरेली में यह किराया 1000 रुपये प्रति दस किलोमीटर व उसके उपरांत पचास रुपये प्रति किलोमीटर है। डीएम रायबरेली वैभव श्रीवास्तव ने आक्सीजन रहित एंबुलेंस के लिए 800 रुपये प्रति दस किलोमीटर व उससे बाद 20 रुपये प्रति किलोमीटर किराया नियत किया है। आक्सीजन सहित एंबुलेंस के लिए पीलीभीत में 1500 रुपये प्रति दस किलोमीटर व उसके उपरांत 100 रुपये प्रति किलोमीटर निर्धारित किया गया है। बरेली में यह किराया 1500 रुपये के बाद 50 रुपये प्रति किलोमीटर है। रायबरेली में किफायती दरें लागू करते हुए मरीजों को 1250 रुपये प्रति दस किलोमीटर व उसके उपरांत 25 रुपये प्रति किलोमीटर किराए की व्यवस्था की गई है।

वैसे तो वेंटिलेटर व बाइपैप युक्त एंबुलेंस जनपद में उपलब्ध नहीं है। हालांकि किराया आदेश में इसका किराया भी अन्य दोनों जनपदों से अधिक है। जनपद में 2500 रुपये प्रति दस किलोमीटर व उसके बाद 200 रुपये प्रति किलोमीटर का किराया तय किया गया है। डीएम बरेली ने वेंटिलेटर युक्त एंबुलेंस के लिए 2500 रुपये प्रति दस किलोमीटर के साथ ही 100 रुपये प्रति किलोमीटर किराया निर्धारित किया गया। रायबरेली में 2200 रुपये प्रति दस किलोमीटर के बाद 40 रुपये प्रति किलोमीटर वेंटिलेटर युक्त एंबुलेंस के लिए देय होंगे। फोटो: 10 पीआइएलपी 11

महामारी के समय में एंबुलेंस की दरें काफी ज्यादा तय हो गई हैं। डीएम से वार्ता कर इन दरों को कम करने की मांग की है जिससे लोगों को सहूलियत मिल सके। जनपद में महानगरों की तरह धनाढ्य व समृद्ध वर्ग कम है। गरीब तबके के व्यक्ति को नई दरों के हिसाब से किराया देना बहुत मुश्किल होगा।

- अंशुमन तिवारी, जिला उपाध्यक्ष भाजपा युवा मोर्चा फोटो: 10 पीआइएलपी 12

लग्जरी गाड़ियों का किराया भी इतना नहीं होता जितना एंबुलेंस का तय हो गया है। इसे कम किया जाना चाहिए। कोरोना संकट के समय बीमार हो रहे लोगों की जेब पर पहले से बोझ बढ़ गया है। ऐसे में किराया बढ़ जाने से ज्यादा दिक्कत होगी। रायबरेली में काफी रियायती दरें निर्धारित की गई हैं।

- अंशुल गौरव सिंह, अधिवक्ता

नए रेट काफी अधिक हैं। इतने किराए में मरीज जाने को तैयार नहीं हो रहे हैं। हम लोगों को घाटा हो जाएगा,क्योंकि इतने ऊंचे दामों पर लोग जाएंगे ही नहीं। पहले 2000 रुपये तक आक्सीजन समेत एंबुलेंस बरेली तक ले जाते थे।

सनी, एंबुलेंस चालक डीएम के आदेश से पहले किराया काफी कम था। बिना आक्सीजन के 1200 रुपये में एंबुलेंस बरेली तक ले जाते थे। लखनऊ या दिल्ली तक मरीज को पांच-छह हजार रुपये में ले जाते थे। नई दरों के हिसाब से लोग रुपये देने को तैयार नहीं होंगे।

- लाल सिंह, एंबुलेंस चालक

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