निर्माण निगम को भारी पड़ रही सिक्योरिटी गार्डो की पगार

रोडवेज बस स्टैंड का शासन में पुनरीक्षित आगणन लटक जाने से बजट जारी नहीं हो पा रहा है। निर्माण निगम को सिक्योरिटी गार्डों की पगार काफी महंगी पड़ रही है। काम भी लंबे अरसे से बंद पड़ा है जिसके चलते राहगीर भटकते देखे जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 08 Dec 2019 10:08 PM (IST) Updated:Sun, 08 Dec 2019 10:08 PM (IST)
निर्माण निगम को भारी पड़ रही सिक्योरिटी गार्डो की पगार
निर्माण निगम को भारी पड़ रही सिक्योरिटी गार्डो की पगार

संवाद सहयोगी, पूरनपुर (पीलीभीत) : रोडवेज बस स्टैंड का शासन में पुनरीक्षित आगणन लटक जाने से बजट जारी नहीं हो पा रहा है। निर्माण निगम को सिक्योरिटी गार्डों की पगार काफी महंगी पड़ रही है। काम भी लंबे अरसे से बंद पड़ा है जिसके चलते राहगीर भटकते देखे जा रहे हैं।

नगर में यातायात व्यवस्था को सु²ढ़ करने के लिए शासन की तरफ से करीब चार वर्ष पहले रोडवेज बस स्टैंड के निर्माण को हरी झंडी दी गई थी। असोम हाईवे के किनारे घुंघचाई चौराहे के निकट करोड़ों की लागत से रोडवेज बस स्टैंड का निर्माण किया गया। अधिकांश काम भी पूरा कर लिया गया लेकिन दूसरी ग्रांट न मिलने के कारण काम पिछले लंबे अरसे से बंद पड़ा है। भवन और उसमें रखे सामान की रखवाली करने के लिए निर्माण दाई संस्था निर्माण निगम ने सिक्योरिटी गार्डों को तैनात कर रखा है जो अब निर्माण निगम पर भारी पड़ रहे हैं। शासन में रोडवेज बस स्टैंड का पुनरीक्षित आगणन लटक जाने के कारण बजट जारी नहीं हो पा रहा है। इससे निर्माण कार्य बंद पड़ा है। विभाग की तरफ से लगातार इस और शासन का ध्यान आकर्षित कराया जा रहा है फिर भी इसमें कोई खास तवज्जो नहीं मिल पा रही है। निर्माण निगम के जेई एपी सिंह ने बताया कि पुनरीक्षित आगणन को लेकर ग्रांट नहीं मिल पा रही है जिसके चलते काम रूका है। सिक्योरिटी गार्डों की पगार भी निगम को देनी पड़ रही है।

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