उत्तराखंड के जंगल में पहुंचे नेपाली हाथी

पीलीभीतजेएनएन पीलीभीत टाइगर रिजर्व के हरीपुर रेंज के जंगलों से निकलकर दो दिन पूर्व तीन नेपाली हाथियों ने बराही रेंज में डेरा जमा लिया था। जंगल के किनारे खड़ी फसलों को हाथियों ने काफी नुकसान पहुंचाया। मंगलवार की देर रात्रि तीनों हाथी बराही रें•ा से महो़फ रेंज होते हुए उत्तराखंड की सुरई रेंज में चले गए। महो़फ रेंज के वन कर्मियों द्वारा सुरई सीमा पर निगरानी की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 12:09 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 12:09 AM (IST)
उत्तराखंड के जंगल में पहुंचे नेपाली हाथी
उत्तराखंड के जंगल में पहुंचे नेपाली हाथी

पीलीभीत,जेएनएन: पीलीभीत टाइगर रिजर्व के हरीपुर रेंज के जंगलों से निकलकर दो दिन पूर्व तीन नेपाली हाथियों ने बराही रेंज में डेरा जमा लिया था। जंगल के किनारे खड़ी फसलों को हाथियों ने काफी नुकसान पहुंचाया। मंगलवार की देर रात्रि तीनों हाथी बराही रें•ा से महो़फ रेंज होते हुए उत्तराखंड की सुरई रेंज में चले गए। महो़फ रेंज के वन कर्मियों द्वारा सुरई सीमा पर निगरानी की जा रही है।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व के अंतर्गत तीन नेपाली हाथियों ने माधोटांडा क्षेत्र की बराही रेंज की सीमा में दो दिनों से अपना डेरा जमा रखा था। पचपेड़ा गांव के पास ग्रामीणों की फसलों को हाथियों ने रौंद दिया। बराही रेंज के वन कर्मी हाथियों को खदेड़ने में लगे रहे। मंगलवार देर रात्रि तीनों जंगली हाथी बाइफरकेशन के जंगल से होकर महो़फ रेंज में प्रवेश करते हुए उत्तराखंड की

सुरई रेंज के जंगल की सीमा में चले गाए। अभी भी तीनों हाथियों के पीलीभीत टाइगर रिजर्व में वापस आने का खतरा बना हुआ है। महो़फ रेंज के वन कर्मियों द्वारा लगातार सुरई सीमा पर निगरानी की जा रही है। पहले भी डेढ़ माह पूर्व दो दर्जन हाथियों के झुंड ने पीलीभीत टाइगर रिजर्व के जंगलों में अपना डेरा जमाया था, जिसके चलते जंगल के किनारे खड़ी किसानों की फसलों को हाथियों ने अपने पैरों तले रौंद दिया। अब एक बार फिर पीलीभीत टाइगर रिजर्व में हाथियों की सक्रियता से ग्रामीणों की धड़कन बढ़ गई। बराही रें•ा के रेंजर वजीर हसन के बताया कि रात्रि में ही हाथी उत्तराखंड की सुराई सीमा में चले गए।

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