बारिश में सड़क, लापरवाही में उखड़ी जिदगी

जिले में विभिन्न मार्गों की हालत पहले से ही जर्जर है। पिछले दिनों हुई बारिश के बाद सड़कें और ज्यादा खराब हो गई हैं। जिले से होकर गुजरने वाले बरेली-हरिद्वार नेशनल हाईवे की स्थिति अमरिया में सबसे खराब है। अक्सर सड़क के गड्ढों में फंसकर वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। इसके बावजूद अभी तक सड़क के गड्ढे समतल नहीं किए गए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 11:07 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 11:07 PM (IST)
बारिश में सड़क, लापरवाही में उखड़ी जिदगी
बारिश में सड़क, लापरवाही में उखड़ी जिदगी

पीलीभीत,जेएनएन : जिले में विभिन्न मार्गों की हालत पहले से ही जर्जर है। पिछले दिनों हुई बारिश के बाद सड़कें और ज्यादा खराब हो गई हैं। जिले से होकर गुजरने वाले बरेली-हरिद्वार नेशनल हाईवे की स्थिति अमरिया में सबसे खराब है। अक्सर सड़क के गड्ढों में फंसकर वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। इसके बावजूद अभी तक सड़क के गड्ढे समतल नहीं किए गए।

शहर के बीच से होकर गुजर रहे टनकपुर मार्ग पर वैसे तो हर साल मरम्मत होती रहती है लेकिन इस बार नहीं हुई। ऐसे में कई स्थानों पर पक्की सड़क उखड़ गई और जानलेवा गड्ढे हो गए हैं। न्यूरिया और मझोला क्षेत्र के लोगों का इस रोड से ज्यादा आवागमन करता है। इसके अलावा बाहरी स्थानों से आने वाले भारी वाहन मझोला होते हुए टनकपुर और पिथौरागढ़ तक जाते हैं। एक तो मार्ग बदहाल और दूसरे भारी वाहनों का दबाव होने की वजह से पत्थरों के टुकड़े और मिट्टी डालकर भरे जाने वाले गड्ढे जल्द ही उधड़ जाते हैं। पीलीभीत-बीसलपुर मार्ग पर कई बार गड्ढे भरने की कवायद हुई लेकिन महीने दो महीने बाद ही स्थिति फिर वैसी ही हो जाती है। बीसलपुर कस्बे के निकट ही हाटमिक्स की सड़क जहां टूटी थी, वहां लोक निर्माण विभाग की ओर से खड़ंजा लगा दिया गया। बरेली-हरिद्वार नेशनल हाईवे (30) की स्थिति अमरिया में सबसे ज्यादा खराब है। पता ही नहीं चलता है कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क। आएदिन यहां दुर्घटनाएं होती हैं। वहां के उपजिलाधिकारी रामदास कहते हैं कि नेशनल हाईवे डिवीजन के अभियंताओं को पत्र भेजकर सड़क की मरम्मत कराने के लिए कहा गया है। लंबे समय से टनकपुर रोड की मरम्मत नहीं हुई है। दोपहिया वाहन चलाते समय गड्ढों से बचने में जरा सी चूक हो जाए तो दुर्घटना होना तय है। न्यूरिया से लेकर पीलीभीत तक सड़क बहुत खराब है।

शराफत हुसैन, पूर्व सभासद इस रोड पर भारी वाहनों का बहुत दबाव रहता है। सड़क में तमाम स्थानों पर गड्ढे हैं। कई जगह सड़क उखड़ी पड़ी है, जिससे अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। साल भर से अधिक समय हो गया लेकिन मरम्मत नहीं कराई गई।

राजीव गुप्ता पीलीभीत शहर से निकलते ही सड़क पर गड्ढों से सामना होने लगता है। सड़क खराब होने से आवागमन में समय भी अधिक लगता है। साथ ही दुर्घटना होने का अंदेशा भी बना रहता है। जल्द मरम्मत होनी चाहिए।

सुमित्र सिंह जिले की सीमा तक यह मार्ग बदहाल हो चुका है। आगे उत्तराखंड की सीमा शुरू होते ही सड़क ठीकठाक मिलती है। कई साल पहले इस रोड पर लेपन कार्य हुआ था, उसके बाद मार्ग की सुधि नहीं ली गई।

बाबूराम इनसेट

टनकपुर रोड को नेशनल हाईवे घोषित किया जा चुका है। नेशनल हाईवे डिवीजन से सड़क का सु²ढ़ीकरण प्रस्तावित है, इसीलिए विभाग से अब इसकी मरम्मत नहीं कराई जा सकती है। नेशनल हाईवे डिवीजन जल्द ही कार्य शुरू कराएगा।

-हर स्वरूप, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग

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