लेफ्टिनेट जनरल मनोज कटियार को मिला अति विशिष्ट सेवा मेडल

पीलीभीतजेएनएन वतन के लिए सर्वस्व न्योछावर करने का जज्बा लेकर सीमाओं पर देश की रक्षा करते भारतीय जवान अपने शौर्य और पराक्रम से पूरी दुनिया में लोहा मनवा चुके हैं। इन्हीं जवानों में पीलीभीत निवासी लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार भी शामिल हैं जिनके कुशल सैन्य प्रशासन व सफल रणनीतियों के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की ओर से विशिष्ट सेवा मेडल से नवाजा गया है। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार को दिल्ली में मिले सम्मान से तराई के जिला को गौरवपूर्ण अनुभूति हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 12:04 AM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 12:04 AM (IST)
लेफ्टिनेट जनरल मनोज कटियार को मिला अति विशिष्ट सेवा मेडल
लेफ्टिनेट जनरल मनोज कटियार को मिला अति विशिष्ट सेवा मेडल

पीलीभीत,जेएनएन : वतन के लिए सर्वस्व न्योछावर करने का जज्बा लेकर सीमाओं पर देश की रक्षा करते भारतीय जवान अपने शौर्य और पराक्रम से पूरी दुनिया में लोहा मनवा चुके हैं। इन्हीं जवानों में पीलीभीत निवासी लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार भी शामिल हैं, जिनके कुशल सैन्य प्रशासन व सफल रणनीतियों के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की ओर से विशिष्ट सेवा मेडल से नवाजा गया है। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार को दिल्ली में मिले सम्मान से तराई के जिला को गौरवपूर्ण अनुभूति हुई है।

शहर की निरंजन कुंज कालोनी निवासी स्वर्गीय वीरेंद्र प्रताप सिंह कटियार एवं विनोद कुमारी कटियार के तीन बेटे व एक बेटी हैं। दूसरा बेटा मनोज कुमार कटियार भारतीय थल सेना में लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर तैनात हैं। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज को उत्कृष्ट सैन्य सेवाओं के लिए राष्ट्रपति ने सम्मानित किया है। मनोज वर्तमान में मथुरा कैंट स्थित वन स्ट्राइक कोर में कमांडर हैं। साथ ही पूर्वी लद्दाख में आपरेशन स्नो लैपर्ड में सक्रिय पर्वतीय सैन्य-दल को कमांड कर रहे हैं।

मनोज ने प्रारंभिक शिक्षा सैनिक स्कूल घोड़ाखाल से प्राप्त की। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़कवासला व राष्ट्रीय सैन्य अकादमी देहरादून से प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत मनोज को जून 1986 में कमीशन प्राप्त हुआ। मनोज की पहली तैनाती राजपूत रेजीमेंट की 23वीं बटालियन में हुई। उन्होंने इस बटालियन को दो बार कमांड किया। इस दौरान उन्होंने बटालियन के साथ जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा व अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर मोर्चा संभाला। उन्होंने थल सेना में पश्चिमी सीमाओं और सेना मुख्यालय के माउंटेन डिवीजन को कमांड किया है।

लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार अमेरिका के राष्ट्रीय वार कालेज से स्नातक हैं। वह भूटान स्थित राष्ट्रीय मिलिट्री प्रशिक्षण टीम के निर्देशक रह चुके हैं, इसके अलावा सेना मुख्यालय में स्टाफ ड्यूटी के महानिदेशक पद पर सेवाएं दे चुके हैं। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज ने बताया कि सेवा काल में पाकिस्तान व चीन सीमा पर तैनात रहकर विभिन्न आपरेशन की रणनीति बनाने व उन्हें सफलतापूर्वक क्रियान्वित कर दुश्मनों को धूल चटाने का लंबा अनुभव है। वर्जन---

अति विशिष्ट सेवा मेडल मिलना गर्व की बात है, इसके लिए भारत के राष्ट्रपति, भारतीय सेना व रक्षा मंत्रालय का आभार व्यक्त करता हूं। भारतीय सेना का प्रत्येक जवान पूरे जोश और जज्बे के साथ कर्तव्य निभाता है। हमारे प्रशिक्षण से लेकर सेवा तक हमें राष्ट्र सर्वोपरि का भाव सिखाया जाता है। इसी भाव को मन में रखकर दिन-रात हम सब देश की रक्षा में तैनात रहते हैं।

- लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार बच्चों की सफलता पर गर्व करतीं विनोद कुमारी

माता-पिता के लिए बच्चों के सफल जीवनयापन से बड़ी खुशी नहीं होती। अगर बच्चे अपने जीवन में सफलता के मुकाम हासिल करते हुए आगे बढ़ते रहें तो माता-पिता की खुशी दिन-रात बढ़ती रहती है। तीन बेटों और एक बेटी की कामयाबी पर विनोद कुमारी कटियार भी ऐसा ही महसूस कर रही हैं। विनोद कुमारी कटियार बेटे को राष्ट्रपति से अति विशिष्ट सेवा मेडल मिलने के बाद काफी भावुक लगीं। उन्होंने बेटे के दिल्ली से घर पहुंचते ही मिठाई खिलाकर स्वागत किया और निरंतर देश सेवा में जुटे रहने का आशीर्वाद दिया।

प्रशासनिक माहौल में पले-बढ़े बच्चे: विनोद कुमारी कटियार इन दिनों अपने दूसरे बेटे लेफ्टिनेंट जनरल मनोज के साथ ही मथुरा में रह रही हैं। उन्होंने बताया कि उनके पति स्वर्गीय वीरेंद्र प्रताप सिंह कटियार प्रशासनिक सेवा में थे। वह बतौर डिप्टी कलेक्टर नैनीताल से सेवानिवृत्त हुए।

बड़े बेटे को भी मिल चुका राष्ट्रपति पुरस्कार: विनोद कुमारी के सबसे बड़े बेटे राजीव कुमार हाल ही में दूरदर्शन में डिप्टी डायरेक्टर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। राजीव को वर्ष 2001 में एक डाक्यूमेंट्री ़िफल्म के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति की ओर से सम्मानित किया जा चुका है।

छोटा बेटा कर रहा समाजसेवा: विनोद कुमारी कटियार के सबसे छोटे बेटे सुधीर कुमार सिंह राजस्थान के उदयपुर में अपने गैर-सरकारी संगठन का सफलतापूर्वक संचालन कर रहे हैं। बेटी मार्केटिग रिसर्च में कर रही काम: बेटों की कामयाबी के बाद बेटी मधुलिका कटियार ने भी माता-पिता का नाम रोशन किया। वह मुंबई में अपनी मार्केटिग रिसर्च कंपनी संचालित कर रही हैं।

इनसेट- पीलीभीत की यादें ताजा करते दिखे लेफ्टिनेंट जनरल लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार से हुई फोन वार्ता में उनकी शहर स्थित घर से जुड़ी यादों के बारे में पूछा गया। उन्होंने बताया कि घर से जुड़ी कई अच्छी यादें हैं। पहले सैनिक स्कूल और फिर सेना में सेवारत रहने के कारण ज्यादा समय माता-पिता के साथ नहीं बिता सके। हालांकि नियमित अंतराल पर हमेशा छुट्टी व्यतीत करने और माता-पिता से मिलने शहर आते रहते हैं।

माता ने फोन कर कालोनीवासियों को दी सूचना

बेटे को राष्ट्रपति की ओर से सम्मानित किए जाने से प्रफुल्लित विनोद कुमारी कटियार ने अपने शुभचितकों को फोन कर सूचना दी। उन्होंने कालोनी के कई बाशिदों को फोन कर सम्मान समारोह का प्रसारण देखने का आग्रह भी किया।

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