जानिए पीलीभीत के इस शिक्षा के मंदिर में असिस्टेंट प्रोफेसर छात्राओं को कैसे पढ़ाता था अश्लीलता का पाठ

Professor Molested With Student in Pilibhit वो छात्राओं को अश्लील सामग्री की जानकारी देता था। व्यक्तिगत विकास और कैरियर काउंसलिंग की क्लास के नाम पर बुरी नीयत के साथ अश्लीलता का पाठ पढ़ाया जाता था। वो धार्मिक ग्रंथों का हवाला देकर अश्लीलता को संस्कृति से जोड़ता था।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 02:47 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 06:05 PM (IST)
जानिए पीलीभीत के इस शिक्षा के मंदिर में असिस्टेंट प्रोफेसर छात्राओं को कैसे पढ़ाता था अश्लीलता का पाठ
जानिए पीलीभीत के इस शिक्षा मंदिर में असिस्टेंट प्रोफेसर छात्राओं को कैसे पढ़ाता था अश्लीलता का पाठ

पीलीभीत, जेएनएन। Professor Molested With Student in Pilibhit : वो छात्राओं को अश्लील सामग्री की जानकारी देता था। व्यक्तिगत विकास और कैरियर काउंसलिंग की क्लास के नाम पर बुरी नीयत के साथ अश्लीलता का पाठ पढ़ाया जाता था। वो धार्मिक ग्रंथों की पौराणिक कथाओं का हवाला देकर अश्लीलता को संस्कृति से जोड़ने की सीख देता था। छात्राओं पर अनैतिक कार्य करने के लिए दबाब डालता था...ये शब्द एक डरी-सहमी छात्रा के हैं, जो महिला महाविद्यालय में चल रहे कुकर्मों को बयां कर रहे थे। छात्रा की आंखों में भय साफ दिख रहा था। रुंआसी भरी आवाज और आंखों में आंसू भरे छात्रा आपबीती सुना रही थी। सहायक प्राध्यापक की बेशर्मी सुनाते हुए छात्रा को शर्म आ गई और वह बोलते बोलते रुक गई लेकिन इतनी देर में ही वह व्यवस्था पर गहरा सवाल छोड़ गई।

जांच समिति से वार्ता करने के बाद छात्राएं जब बाहर निकलीं तो उन्होंने मीडिया से खुलकर बातचीत की। छात्राओं ने सहायक प्राध्यापक डा. कामरान आलम खान और कार्यवाहक प्राचार्य की काली करतूतों का चिट्ठा खोलकर रख दिया। कई छात्राओं ने बेबाकी के साथ अपनी बात रखी और आरोपितों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की। इस दौरान पीड़िता ने भी सामने आकर डा. कामरान आलम खान व अन्य सहयोगियों के अनैतिक चाल-चरित्र के बारे में विस्तार से बताया। छात्राओं के मुताबिक कामरान आलम खान ने शारीरिक शोषण के साथ मानसिक शोषण भी किया। जो छात्राएं कामरान का विरोध करती थीं वह उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। इस दौरान कई छात्राओं ने बताया कि कामरान अश्लीलता को धर्म से जोड़कर पढ़ाता था व धार्मिक ग्रंथों का मजाक उड़ाता था।

भय के साए में कई वर्षों तक रहीं छात्राएं

महाविद्यालय में आरोपित सहायक प्राध्यापक ने अश्लीलता का माहौल कई वर्षों से बना रखा था। आरोपित कामरान द्वारा पढ़ाई के नाम पर अश्लीलता का पाठ्यक्रम परोसा जाता था। छात्राओं को डरा-धमकाकर रखा जाता था जिससे वह इस अनैतिकता को उजागर न करें। पीड़िता द्वारा भी तहरीर में काला जादू व अंडरवल्र्ड का भय दिखाने की बात कही गई है।

कार्यवाहक प्राचार्य से कई बार की शिकायत

पीड़िता ने बताया कि आरोपित सहायक प्राध्यापक की कई बार कार्यवाहक प्राचार्य से शिकायत की लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। इस दौरान मामले को दबाया जाता रहा जिससे आरोपित को हिम्मत मिलती रही। कई छात्राओं ने बताया कि कार्यवाहक प्राचार्य का अधिकतर कामकाज कामरान आलम खान ही संभालता थी। छात्राओं ने आरोप लगाया कि कामरान और कार्यवाहक प्राचार्य की मिलीभगत से ही माहौल खराब हुआ। दोनों ने छात्राओं को डराया, धमकाया और शोषण किया।

अश्लीलता का विरोध किया तो दी सजा

बीएससी प्रथम वर्ष की एक छात्रा ने बताया कि उसने डा. कामरान की केवल दो कक्षाओं में भाग लिया। इस दौरान ही सहायक प्राध्यापक ने अश्लीलता का पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया। उसने विरोध किया तो कार्यवाहक प्राचार्य के साथ मिलकर उसे कक्षा के वालिंटियर पद से हटा दिया गया। इसके बाद से छात्रा ने महाविद्यालय आना ही छोड़ दिया।

रिश्ता और संबंध बनाने की देता था शिक्षा

एक छात्रा ने बताया कि व्यक्तिगत विकास की कक्षा में कामरान छात्राओं के साथ अपनी निजी जिंदगी की बातें करता था। वह छात्राओं से कहता था कि आपको भी रिश्ते बनाने चाहिए। अगर लड़का चाहिए तो मैं उपलब्ध कराऊंगा। कई छात्राओं ने इसका विरोध किया तो कई उसके साथ भी शामिल थीं।

छात्राओं ने बुलंद की आवाज

महाविद्यालय में जब छात्राओं को गलत के विरुद्ध आवाज उठाने का अवसर मिला तो सभी ने आवाज बुलंद की। कुछ छात्राओं ने कहा कि हमारे साथ भले ही गलत न हुआ हो लेकिन जिन छात्राओं के साथ गलत काम कर शोषण किया गया उनको इंसाफ मिलना चाहिए। आरोपित के साथ ही सभी सहयोगियों को सजा मिलनी चाहिए।

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