घाटों पर पूजा अर्चना कर श्रद्धालुओं ने किया स्नान
कार्तिक पूर्णिमा और गंगा स्नान के अवसर पर सोमवार को घाटों पर श्रद्धालुओं ने स्नान ध्यान कर पूजा अर्चना की। धार्मिक स्थलों पर सुबह से ही लोग पहुंचे। हालांकि कोविड 19 को लेकर शारदा नदी के घाटों पर मेले का आयोजन नहीं हो सका। कई जगह भंडारे हुए जिसमें लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
पीलीभीत,जेएनएन: कार्तिक पूर्णिमा और गंगा स्नान के अवसर पर सोमवार को घाटों पर श्रद्धालुओं ने स्नान ध्यान कर पूजा अर्चना की। धार्मिक स्थलों पर सुबह से ही लोग पहुंचे। हालांकि कोविड 19 को लेकर शारदा नदी के घाटों पर मेले का आयोजन नहीं हो सका। कई जगह भंडारे हुए जिसमें लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
अमरैयाकलां : पूरनपुर तहसील से करीब छह किलोमीटर दूर गांव अमरैयाकलां में सुप्रसिद्ध सन्त लालबाबा मंदिर का प्राचीन स्थल है। ग्रामीणों ने कार्तिक पूर्णिमा और गंगा स्नान के पर्व के उपलक्ष्य में भंडारे का आयोजन किया। क्षेत्र के दूरदराज से आए हुए सभी भक्तों ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर रामकृष्ण, रामू, लालाराम, वीरु राजपूत, दिनेश कुमार सक्सेना, प्रेमपाल, विपिन कुमार, प्रेमराज, रविन्द्र कुमार, मोतीराम, छोटेलाल, मोहनलाल, दयाराम, रामप्रसाद, गंगाराम, राजू, फूलचंद, सियाराम, रामभजन आदि मौजूद रहे।
बीसलपुर: कार्तिक पूर्णिमा पर इस बार घाटों पर मेले नहीं लग सके। वहीं कुछ श्रद्धालुओं ने प्रशासन से छिपतछिपाते नदियों में डुबकी लगाई। कोरोना वायरस प्रकोप को देखते हुए शासन ने इस बार कार्तिक पूर्णिमा पर घाटों व नदियों पर किसी भी प्रकार के मेले न आयोजित किए जाने को प्रशासन के लिए कड़े निर्देश दिए। इस बार कार्तिक पूर्णिमा पर मेले तो नहीं लग सके, लेकिन प्रशासन की अनदेखी के चलते कुछ श्रद्धालुओं ने देवहा, कटना घाटों पर डुबकी लगाई। मालूम हो कि इस बार कोरोना संक्रमण के कारण कई त्योहार लोग धूमधाम से मानने से वंचित हो गए। त्योहार पर परंपरा का निर्वहन किया गया। मेलों के न लगने से श्रद्धालुओं को निराशा का सामना करना पड़ा।