पांच मौतों के बाद भी नहीं सुधरे गांव के हालात

कोरोना महामारी के प्रकोप से ग्राम बौनी में संक्रमित तीन महिलाओं समेत पांच लोगों की मृत्यु होने से गांव में गुरुवार को भी सन्नाटा पसरा रहा। गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची जबकि तेज बुखार से गांव के कई लोग पीड़ित चल रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 11:05 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 11:05 PM (IST)
पांच मौतों के बाद भी नहीं सुधरे गांव के हालात
पांच मौतों के बाद भी नहीं सुधरे गांव के हालात

पीलीभीत,जेएनएन : कोरोना महामारी के प्रकोप से ग्राम बौनी में संक्रमित तीन महिलाओं समेत पांच लोगों की मृत्यु होने से गांव में गुरुवार को भी सन्नाटा पसरा रहा। गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची, जबकि तेज बुखार से गांव के कई लोग पीड़ित चल रहे हैं।

गांव में एक सप्ताह से कोरोना का संक्रमण फैला है। सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम गांव पहुंची थी परंतु ग्रामीणों ने यह कहकर टीम को गांव में नहीं घुसने दिया था कि टीकाकरण करने वाली एएनएम प्रीति गंगवार संक्रमित चल रही हैं। टीम में भी कोई संक्रमित हो सकता है इसलिए टीम की मदद नहीं लेंगे। टीम गांव से लौट आई थी। इसी तरह बुधवार को भी टीम गांव में नहीं पहुंच सकी। पूरे गांव में सन्नाटा पसरा रहा। ग्रामीणों का आरोप है कि तेज बुखार से गांव के दर्जनों लोग बीमार चल रहे हैं उन्हें उपचार नहीं मिल पा रहा है। सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक डा. ठाकुर दास ने बताया कि पुलिस की मदद से शीघ्र ही गांव में ग्रामीणों को वैक्सीन लगवाई जाएगी। गांव में कई लोग तेज बुखार से पीड़ित चल रहे हैं। उपचार के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई भी प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। सूचना देने के बाद भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।

जितेंद्र गोस्वामी हमारे गांव के हालात काफी खराब होते जा रहे हैं। कोरोना से मृत्यु होने के बाद भी कोई भी सहायता नहीं मिल रही है। बुखार से पीड़ित लोगों के लिए दवाइयां भी उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं।

बाबू गिरि गांव में वैक्सीन लगाने वाली एएनएम प्रीति गंगवार संक्रमित चल रही हैं, इसलिए ग्रामवासी डरे हैं। अधिकारियों को चिकित्सक के साथ टीम भेजकर मरीजों का उपचार कराना चाहिए।

राजेश मिश्र

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