परेशान होकर किसान ने धान में लगा दी आग

पीलीभीतजेएनएन क्रय केंद्र पर धान की तौल करने में टालमटोल किए जाने से परेशान होकर एक किसान ने अपने धान के ढेर में आग लगा दी। इससे मंडी समिति परिसर में खलबली मच गई। आनन फानन मंडी कर्मियों ने आग बुझाई। इससे धान जलने से बच गया। मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ सिटी ने किसान से बातचीत कर उनके धान की तौल कराने का आश्वासन देकर मामला शांत किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 12:34 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 12:34 AM (IST)
परेशान होकर किसान ने धान में लगा दी आग
परेशान होकर किसान ने धान में लगा दी आग

पीलीभीत,जेएनएन : क्रय केंद्र पर धान की तौल करने में टालमटोल किए जाने से परेशान होकर एक किसान ने अपने धान के ढेर में आग लगा दी। इससे मंडी समिति परिसर में खलबली मच गई। आनन फानन मंडी कर्मियों ने आग बुझाई। इससे धान जलने से बच गया। मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ सिटी ने किसान से बातचीत कर उनके धान की तौल कराने का आश्वासन देकर मामला शांत किया।

गजरौला थाना क्षेत्र के गांव पुरैनी दीपनगर निवासी किसान परमिदर सिंह बुधवार को दोपहर ट्रैक्टर ट्राली में अपना धान भरकर स्थानीय कृषि उत्पादन मंडी समिति परिसर में पहुंचे। उन्हें मुख्य गेट के पास ही धान को ट्राली से उतारा, इसके बाद आड़ी-तिरछी ट्रैक्टर ट्राली लगाकर रास्ता अवरुद्ध किया और फिर धान के ढेर पर कुछ कचरा डालकर आग लगा दी। उस स्थल के सामने ही समिति का कार्यालय है। ऐसे में किसान को धान में आग लगाते देख कर्मियों में खलबली मच गई। कर्मचारी आनन फानन मौके पर पहुंचे और आग बुझाई। धान जलने से बच गया। किसान का कहना है कि उसे क्रय केंद्र पर तौल कराने के लिए 26 अक्टूबर का टोकन मिला था। वह धान लेकर तौल कराने पहुंचे। केंद्र प्रभारी ने सिर्फ दस बोरी की तौल कराई और उसके बाद जरूरी काम बताकर चले गए। शाम तक इंतजार करते रहे लेकिन तौल नहीं हुई। बुधवार को फिर यहां आए लेकिन तौल में टालमटोल किए जाने के कारण गुस्से में उन्होंने आग जलाकर धान जलाने का प्रयास किया। इसी बीच मंडी समिति के सभापति, सिटी मजिस्ट्रेट, अरुण कुमार सिंह व सीओ सिटी सुनील दत्त वहां पहुंचे। किसान को कार्यालय में बुलाकर बातचीत की। उनकी समस्या के बारे में जानकारी ली। इसके बाद किसान को धान की तौल जल्द कराने का आश्वासन देकर मामला शांत किया।

सरकारी क्रय केंद्रों पर प्रभारियों की मनमानी चलती है। धान की गुणवत्ता मानक के अनुसार नहीं होने की बात कहकर लौटा देते हैं। ऐसे में कम दामों पर मंडी में लाकर बेचना पड़ रहा है।

गोपाल, ग्राम ऐंठपुर

इस बार मौसम की मार भी पड़ी है। मंडी में धान का भाव काफी कम मिल रहा लेकिन बेचना मजबूरी है। धान को घर में रोककर नहीं रख सकते हैं। इसीलिए जो भी भाव मिलता है, उसी में बेच देते हैं।

तनवीर अहमद,सिरसा

सरकारी सेंटर दिखावा बने हुए हैं। ऐसे में मंडी में धान लाकर बेच देते हैं। जो भी भाव मिलता है, उसी से काम चला रहे। समर्थन मूल्य का तो सवाल ही नहीं है।

पलविदर सिंह, गजरौला

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