कोरोना काल में महंगाई का दंश

कोरोनाकाल में लोगों की कमाई तो घट गईलेकिन महंगाई लगातार बढ़ रही। खाद्य पदार्थों से लेकर रोजमर्रा घरेलू जरूरत की चाजों के दाम बढ़ गए। ऐसे में निम्न-मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं की दिक्कतें भी बढ़ गईं। घरेलू जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो रहा है। विभिन्न तरह की दालों खाद्य तेल के साथ ही आलू-प्याज भी फिर महंगा होने लगा है। कोरोना क‌र्फ्यू की व्यवस्था लागू होने से पहले तक फुटकर प्याज 20 रुपये का सवा किलो बिक रहा था। अब 25 रुपये किलो पर पहुंच गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 11:32 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 11:32 PM (IST)
कोरोना काल में महंगाई का दंश
कोरोना काल में महंगाई का दंश

पीलीभीत,जेएनएन : कोरोनाकाल में लोगों की कमाई तो घट गई,लेकिन महंगाई लगातार बढ़ रही। खाद्य पदार्थों से लेकर रोजमर्रा घरेलू जरूरत की चाजों के दाम बढ़ गए। ऐसे में निम्न-मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं की दिक्कतें भी बढ़ गईं। घरेलू जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो रहा है।

विभिन्न तरह की दालों, खाद्य तेल के साथ ही आलू-प्याज भी फिर महंगा होने लगा है। कोरोना क‌र्फ्यू की व्यवस्था लागू होने से पहले तक फुटकर प्याज 20 रुपये का सवा किलो बिक रहा था। अब 25 रुपये किलो पर पहुंच गया है। इसी तरह से आलू 20 रुपये का ढाई किलो तक बिकता रहा परंतु अब इतने पैसों में सिर्फ सवा किलो मिल पा रहा है। अरहर की दाल दो महीने पहले तक 90 रुपये किग्रा बिक रही थी लेकिन अब भाव 110-120 रुपये पर जा पहुंचे। उड़द

और मूंग की दाल तो 125 रुपये किग्रा पर बिकने लगी हैं। सबसे ज्यादा महंगाई सरसों तेल पर है। फरवरी में जब सरसों तेल 120-125 रुपये किग्रा बिक रहा था, तब ग्राहकों को यह कहकर दुकानदार तसल्ली देने का प्रयास करते थे कि अगले महीने लाही, सरसों की नई फसल आने के बाद तेल के दामों में कमी आ जाएगी लेकिन इस समय सरसों तेल के दाम 165-170 रुपये तक पहुंच चुके हैं। यही हाल रिफाइंड आयल का है। पिछले साल एक लीटर का जो पैकेट 90 रुपये में उपभोक्ताओं को मिल जाता है,लेकिन अब उसकी कीमत 145-150 रुपये तक चुकानी पड़ रही है। खाद्य पदार्थों के तय दिए दाम

खाद्य विपणन विभाग की ओर से उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए विभिन्न खाद्य वस्तुओं के फुटकर दाम तय कर दिए गए हैं। ज्येष्ठ विपणन निरीक्षक की ओर से इसकी सूची जारी की गई है। सूची में उड़द दाल 112.50 रुपये, चना दाल 78 रुपये, अरहर दाल 117.50 रुपये, सरसों तेल 165 रुपये प्रति किग्रा घोषित किए गए। इसी तरह से आलू 16 रुपये, प्याज 22 रुपये, लहसुन 72.50 रुपये प्रति किग्रा बिकेगा। अदरक 50 रुपये किग्रा बेचने के रेट तय किए गए इनके अलावा फलों में मौसमी 49 रुपये, अंगूर 81 रुपये, अनार 44 रुपये किलो बेचने के निर्देश फुटकर विक्रेताओं को हैं। खाने-पीने की चीजों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। कोरोना के कारण लोगों की आमदनी घट गई है। ऐसे में आम उपभोक्ताओं को परिवार के लिए पेट भरने का इंतजाम करना मुश्किल पड़ रहा है।

सीमा हाशमी दालें, सरसों तेल, रिफाइंड के दाम आसमान छू रहे हैं। गरीबों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। आलू-प्याज तक फिर से महंगा हो रहा है। रसोई का बजट गड़बड़ा रहा है।

ममता शर्मा गेहूं, चावल तो लोगों को राशन की दुकान से काफी कम दामों में मिल जाता है,लेकिन अन्य खाद्य पदार्थ खुले बाजार से खरीदने पड़ रहे। दूध-फल-सब्जी सभी पर महंगाई छाई हुई है।

रीता राठौर कोरोना के साथ ही आम लोगों को महंगाई की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। इन दिनों मध्यम वर्ग के परिवारों की रसोई का बजट गड़बड़ा रहा है।

तारा देवी

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