जंगल को आग से बचाने के लिए फायर सेफ्टीलाइन का होगा निर्माण

टाइगर रिजर्व ने अपनी वार्षिक कार्ययोजना तैयार कर अनुमोदन के लिए शासन को भेजी है। इसे शासन से अनुमोदित कर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के पास भेजा जाएगा। प्राधिकरण की स्वीकृति के बाद बजट मिलेगा। जंगल को आग से बचाने के लिए फायर सेफ्टीलाइन का निर्माण होगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 10:44 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 10:44 PM (IST)
जंगल को आग से बचाने के लिए फायर सेफ्टीलाइन का होगा निर्माण
जंगल को आग से बचाने के लिए फायर सेफ्टीलाइन का होगा निर्माण

पहल

टाइगर रिजर्व ने शासन को भेजी वार्षिक कार्ययोजना

पीलीभीत,जेएनएन : टाइगर रिजर्व ने अपनी वार्षिक कार्ययोजना तैयार कर अनुमोदन के लिए शासन को भेजी है। इसे शासन से अनुमोदित कर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के पास भेजा जाएगा। प्राधिकरण की स्वीकृति के बाद बजट मिलेगा। जंगल को आग से बचाने के लिए फायर सेफ्टीलाइन का निर्माण होगा।

तराई के जंगल पीलीभीत टाइगर रिजर्व घोषित होने के बाद राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की अनुमति के बगैर कोई कार्य नहीं कराया जा सकता। किसी भी योजना के क्रियान्वयन के लिए प्राधिकरण की स्वीकृति लेना अनिवार्य है। टाइगर रिजर्व की वार्षिक कार्ययोजना के लिए भी बजट भारत सरकार से ही मिलना है। ऐसे में टाइगर रिजर्व प्रशासन ने जंगल में विभिन्न कार्य कराने के लिए वार्षिक कार्ययोजना तैयार की। यह कार्ययोजना लगभग 11 करोड़ रुपये की है। इसके तहत जंगल को आग से बचाने के लिए सेफ्टी फायर लाइन का निर्माण होना है। साथ ही विभिन्न रेंजों में लकड़ी के वाच टावर बनेंगे, जिससे कर्मचारी टावर पर ड्यूटी देते हुए जंगल में अवैध रूप से घुसपैठ करने वालों पर निगरानी रख सकेंगे। हालांकि पहले से भी कई वाच टावर बने हैं लेकिन अब इनकी संख्या को बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा जंगल के अंदरूनी हिस्सों में जो मार्ग क्षतिग्रस्त हो चुके हैं, उनका निर्माण होगा। जंगल में अनेक स्थानों पर वन्यजीवों की प्यास बुझाने के लिए वाटर होल बनाए जाएंगे। ग्रासलैंड का विकास होगा। जंगल में निगरानी ड्यूटी करने वाले वाचरों का वेतन को कार्ययोजना व्यय में शामिल किया गया है।

वर्जन..

वार्षिक कार्ययोजना शासन को भेजी जा चुकी है। वहां से अनुमोदित होने के बाद केंद्र सरकार के पास जाएगी। वहीं से स्वीकृति के बाद जब बजट आवंटित हो जाएगा, तब प्रस्तावित कार्य शुरू करा दिए जाएंगे।

-नवीन खंडेलवाल, डिप्टी डायरेक्टर टाइगर रिजर्व

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