पत्र की एक लाइन से हत्या का राजफाश, पिता गिरफ्तार

पीलीभीतजेएनएन युवक की हत्या का एक ऐसा मामला 11 माह में पुलिस उसकी तह तक नहीं पहुंच सकी। फाइनल रिपोर्ट भी लगा दी थी। अचानक हत्यारोपित के पत्र की एक लाइन ऐसी दिशा दी कि राजफाश हो गया। पता चला कि हत्या उसी युवक के पिता व बड़े भाई ने की थी। सोमवार को आरोपित पिता को जेल भेज दिया जबकि दूसरा आरोपित फरार है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 12:04 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 12:04 AM (IST)
पत्र की एक लाइन से हत्या का राजफाश, पिता गिरफ्तार
पत्र की एक लाइन से हत्या का राजफाश, पिता गिरफ्तार

पीलीभीत,जेएनएन: युवक की हत्या का एक ऐसा मामला, 11 माह में पुलिस उसकी तह तक नहीं पहुंच सकी। फाइनल रिपोर्ट भी लगा दी थी। अचानक हत्यारोपित के पत्र की एक लाइन ऐसी दिशा दी कि राजफाश हो गया। पता चला कि हत्या उसी युवक के पिता व बड़े भाई ने की थी। सोमवार को आरोपित पिता को जेल भेज दिया, जबकि दूसरा आरोपित फरार है।

पिछले वर्ष सात अक्टूबर को ललौरीखेड़ा में युवक का शव मिला। गला दबाकर उसकी हत्या की गई थी। प्रयास के बावजूद शिनाख्त नहीं हो सकी तो पुलिस ने अपनी तरफ से अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया। जिसमें 27 जुलाई को फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई। हालांकि सीओ ने हत्या की वजह जानने के लिए दोबारा विवेचना के निर्देश तो जहानाबाद थाना प्रभारी नरेश कश्यप ने नये सिरे से सुराग तलाशने शुरू किए। इस बीच अगस्त के अंतिम सप्ताह में सुंदरपुर गांव निवासी छोटे लाल ने पुलिस अधीक्षक को पत्र दिया कि उनका बेटा अशोक कुमार पिछले साल छह अक्टूबर को लापता हुआ था। सात अक्टूबर को ललौरी खेड़ा क्षेत्र में एक शव मिला था। बाद में फोटो देखने पर पता चला कि शव उसके बेटे का ही था। जांच के लिए यह पत्र थाने भेज दिया गया ।

एक लाइन ने खोली पोल

प्रार्थना पत्र में एक लाइन लिखी थी कि शव की शिनाख्त कर ली है, इसलिए अब मृत्यु प्रमाणपत्र के लिए भी निर्देशित करने की कृपा करें। इस लाइन को पढ़कर थाना प्रभारी का माथा ठनका कि 11 महीने से उसका परिवार कभी पुलिस के पास नहीं आया। अब अचानक शव की शिनाख्त का मकसद मृत्यु प्रमाणपत्र क्यों है। यदि परिवार को पहले ही शव मिलने की बात मालूम थी तो कभी पुलिस को क्यों नहीं बताया। इन सवालों के जवाब तलाशने के लिए छोटे लाल से पूछताछ हुई तो घटनाक्रम पता चला।

ऐसे दिया वारदात को अंजाम

पुलिस के अनुसार, छोटेलाल ने बताया कि शराब का आदी अशोक चार बीघा जमीन बेचने का दबाव बनाता था। नशे में परिवार के एक सदस्य से आपत्तिजनक हरकत भी कर दी थी। उससे परेशान होकर बडे़ बेटे बेचेलाल के साथ मिलकर वारदात की। गमछे से गला दबाकर अशोक की हत्या के बाद शव फेंक दिया था। सोमवार को छोटे लाल को जेल भेज दिया गया मगर, बेचेलाल फरार है।

कुर्की से बचने के लिए पैंतरा, उसी में फंसा आरोपित

अशोक पर आधा दर्जन मुकदमे दर्ज थे, जिस कारण उसका कुर्की वारंट जारी हो गया था। इससे बचने के लिए जरूरत थी कि अशोक का मृत्यु प्रमाणपत्र हासिल किया जाए। इसी कवायद में उसने प्रार्थना पत्र दिया था।

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