किसानों ने गांवों में सामूहिक रूप से जलाई पराली

पीलीभीतजेएनएन सरकारी क्रय केंद्रों पर धान की बिक्री में आ रही दिक्कतों को लेकर नाराज किसानों ने शुक्रवार को कई गांवों में सामूहिक रूप से पराली को आग के हवाले कर दिया। प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचेलेकिन किसान पराली को जलाते रहे। गांव बख्तापुर में प्रशासनिक अधिकारियों और किसानों में नोकझोंक भी हुई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 11:13 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 11:13 PM (IST)
किसानों ने गांवों में सामूहिक रूप से जलाई पराली
किसानों ने गांवों में सामूहिक रूप से जलाई पराली

पीलीभीत,जेएनएन: सरकारी क्रय केंद्रों पर धान की बिक्री में आ रही दिक्कतों को लेकर नाराज किसानों ने शुक्रवार को कई गांवों में सामूहिक रूप से पराली को आग के हवाले कर दिया। प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे,लेकिन किसान पराली को जलाते रहे। गांव बख्तापुर में प्रशासनिक अधिकारियों और किसानों में नोकझोंक भी हुई।

किसानों को समर्थन मूल्य योजना का लाभ दिए जाने को लेकर स्थापित किए गए धान क्रय केंद्रों पर इस बार खरीद में कई मानक निर्धारित कर दिए गए हैं। ऐसे में क्रय केंद्रों पर धान लेकर पहुंचने वाले किसानों को मानक का हवाला देकर टरका दिया जाता है या फिर धान को रिजेक्ट कर दिया जाता है, जिससे किसान बेहद परेशान हैं। अधिकारियों से वार्ता के बाद भी इसका निराकरण नहीं हो पा रहा है। मजबूरन किसानों को लागत से तैयार की गई धान की फसल को 11 से 12 सौ रुपये में बिक्री करना पड़ रहा है। धान तैयार में लगाई गई लागत भी नहीं निकल पा रही है। किसान धान का वाजिब मूल्य न मिलने से परेशान और हताश नजर आ रहे हैं। उपर से उन्हें एक एकड़ खेत में पराली निकालने के लिए कई मजदूरों को लगाना पड़ रहा है। पराली खेतों से निकालने में अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। शुक्रवार को बख्तापुर, गोपालपुर, शेरपुर मकरंदपुर, घाटमपुर, शहबाजपुर, मकरंदपुर समेत कई गांवों में किसानों ने पराली को आग के हवाले कर दिया। धुआं के जगह-जगह उठ रहे गुब्बार को देखकर प्रशासनिक अधिकारियों को पराली में आग लगने की जानकारी लग सकी। सूचना पर तहसीलदार अशोक कुमार गुप्ता टीम के साथ बख्तापुर गांव पहुंचे। वहां ढाई से तीन सौ किसान एकत्र थे। काफी देर तक किसानों और अधिकारियों में पराली जलाने को लेकर नोकझोंक होती रही। किसानों का पराली जलाने का क्रम जारी रहा।

बख्तापुर में बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे। उनसे काफी देर तक पराली जाने को लेकर वार्ता हुई। किसान लेखपाल से खेतों से पराली उठाकर ले जाने की बात कह रहे हैं जो गलत है। जिन किसानों ने पराली में आग लगाई है उनको चिन्हित कर जुर्माना वसूलने की कार्रवाई की जाएगी।

अशोक कुमार गुप्ता,तहसीलदार पूरनपुर सेटेलाइट से चिन्हित किए गए किसान

दो दिन पहले किसानों ने सामूहिक रूप से पराली में आग लगाई थी। हालांकि अभी जिन किसानों ने आग लगाई है उनको लेखपाल की तरफ से चिन्हित नहीं किया गया है,लेकिन सेटेलाइट के जरिये चार से पांच किसान चिन्हित किए गए हैं। तहसीलदार ने बताया कि जल्द ही शुक्रवार को पराली जलाने वाले को भी चिहित किया जाएगा। प्रशासन पराली को लेकर ध्यान दे रहा है लेकिन क्रय केंद्रों पर धान खरीद को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे किसान लूटने को विवश है। डीजल खर्च भी नहीं निकल पा रहा है। जल्द डीएम कार्यालय को घेराव कर एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

मंजीत सिंह,वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष भाकियू

क्रय केंद्र पर धान न खरीदे जाने से किसानों को औने पौने दामों में धान की बिक्री करनी पड़ रही है। उपर से पराली निकलवाने में दोहरी मार का सामना कर रहे हैं। कोई अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।

हरिप्रसाद, किसान इसबार किसानों को धान तैयार करने में काफी लागत आई। महंगे डीजल खरीदकर सिचाई करनी पड़ी। समर्थन मूल्य मिलने में किसानों को बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। धान बिक्री में कोई सुध नहीं ली जा रही है।

विक्रमजीत सिंह, किसान

डीजल, बिजली के दाम बढ़े लेकिन फसलों के दाम नहीं बढ़े। कई साल पहले जिस रेट में बाजार में धान बिक्री हो रहा था उसी रेट में अब भी बिक्री हो रहा है। किसान लुटने के विवश है।

अमरजीत सिंह, किसान

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