भक्तों ने जलाभिषेक के साथ की प्रार्थना

सावन के अंतिम सोमवार को भी तमाम भक्तों ने शिवालयों में पहुंचकर जलाभिषेक किया। बेलपत्र धतूरा चंदन पुष्प आदि भगवान शिव को अर्पित करते हुए सुख-शांति के लिए प्रार्थना की। सोमवार को प्रात से ही शिव मंदिरों में भक्तों के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया। लोगों ने पहले शिवालयों में पहुंचकर जलाभिषेक के साथ ही विधि-विधान से पूजन किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 10:34 PM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 10:34 PM (IST)
भक्तों ने जलाभिषेक के साथ की प्रार्थना
भक्तों ने जलाभिषेक के साथ की प्रार्थना

पीलीभीत,जेएनएन : सावन के अंतिम सोमवार को भी तमाम भक्तों ने शिवालयों में पहुंचकर जलाभिषेक किया। बेलपत्र, धतूरा, चंदन, पुष्प आदि भगवान शिव को अर्पित करते हुए सुख-शांति के लिए प्रार्थना की।

सोमवार को प्रात: से ही शिव मंदिरों में भक्तों के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया। लोगों ने पहले शिवालयों में पहुंचकर जलाभिषेक के साथ ही विधि-विधान से पूजन किया। गौरीशंकर मंदिर में पहुंचने वाले भक्तों की थर्मल स्क्रीनिग की जाती रही। साथ ही सावन के महीने में भक्तों की सुविधा के लिए जलाभिषेक को लगाए गए पाइप का इस्तेमाल कराया गया। मंदिर परिसर में पहुंचने वाले भक्तों के बीच कोविड-19 के कारण शारीरिक दूरी बनाए रखने के नियम का भी पालन कराया गया। स्टेशन रोड स्थित अ‌र्द्ध नारीश्वर शिव मंदिर पर भी भक्तों का तांता लगा रहा। दोनों मंदिरों के बाहर बेलपत्र, पुष्प आदि बेचने वाले लोगों ने अपने स्टाल लगाए। मंदिरों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस व होमगार्ड के जवानों की ड्यूटी लगाई गई। दूधिया नाथ महादेव मंदिर, ब्रह्मचारी घाट स्थित मनकामेश्वर महादेव मंदिर, बल्लभ नगर के ओंकारेश्वर महादेव मंदिर में भी जलाभिषेक और पूजन करने के लिए तमाम भक्त पहुंचे। प्रमुख शिव मंदिरों के अलावा मुहल्लों में स्थित छोटे-छोटे मंदिरों में भी भक्तों के पहुंचने का क्रम सुबह से लेकर दोपहर तक चलता रहा।

कलीनगर: सावन माह के अन्तिम सोमवार को भगवान भोलेनाथ की विधिविधान से पूजन किया। क्षेत्र के माधोटांडा गांव में स्थित शिव मंदिरों ,गोमती उद्गम पर श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की। क्षेत्र के कलीनगर, शाहगढ, बंगला, भैरोकला समेत सभी स्थानों के मंदिरों में पूजा की गई।

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