तालाबों को पाटकर किया जा रहा मकानों का निर्माण
बीसलपुर नगर में तालाबों को पाटकर मकान बनाने का सिलसिला जारी है। समय रहते प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो तालाबों का वजूद ही खत्म हो जाएगा।
पीलीभीत,जेएनएन : बीसलपुर नगर में तालाबों को पाटकर मकान बनाने का सिलसिला जारी है। समय रहते प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो तालाबों का वजूद ही खत्म हो जाएगा।
नगर से कितनापुर जाने वाले मार्ग पर कई बीघे में विस्तार लिए पुराना तालाब है। शहर के कई नालों का पानी भी जाकर गिरता है। इस तालाब को भी अतिक्रमणकारी अब धीरे-धीरे अपना निशाना बनाने लगे हैं। तालाब के किनारे की थोड़ी सी भूमि खरीदकर धीरे-धीरे तालाब में कूड़ा व मिट्टी डालकर पटान कर लेते हैं। फिर मौका लगते ही प्रशासनिक अधिकारियों की नजर से बचकर वह इन पाटे गए स्थानों को अहिस्ता अपने मकान के अंदर चहारदीवारी बनाकर कब्जा कर लेते हैं। शासन की ओर से नगर व ग्रामीण अंचलों के तालाबों जिन पर अतिक्रमणकारियों ने कब्जा जमाकर उनका पटान कर लोगों के हाथ प्लाट बनाकर बिक्री कर दी है। उन तालाबों को भी दोबारा खुदवाकर तालाब का रूप देने के निर्देश प्रशासन को दिए जा चुके हैं। इसी क्रम में तत्कालीन परगना अधिकारी वंदना त्रिवेदी ने पाल पेट्रोल पंप से चंद दूरी पर बरेली के नबावगंज कस्बा निवासी लल्ला ठेकेदार की ओर से तालाब को पाटकर प्लाटिग किए जाने के बाद उन्होंने जेसीबी से पुन: तालाब बनवाकर उसके पास बोरिग कराकर पानी भरवा दिया था। अभी नगर व आसपास क्षेत्रों में तमाम तालाबों का पटान कर भूमाफिया की ओर से प्लाटिग की जा चुकी है, कितु प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। जिन लोगों ने तालाब को पाटकर अतिक्रमण किया है, उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई की पूरी तैयारी की जा चुकी है। शीघ्र ही लोगों को बेदखल किया जाएगा।
-वंदना शर्मा, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद