टनकपुर रेल खंड पर विद्युतीकरण ने पकड़ी रफ्तार

टनकपुर से पीलीभीत तक रेलवे लाइन पर विद्युतीकरण कार्य में तेजी आ गई है। रेल खंड पर कुल 1276 पोल लगने हैं जिनमें से 600 लग चुके हैं। पोल लगने के बाद विद्युत लाइन खींचने का कार्य किया जाएगा। कार्य मार्च तक पूरा कर लिए जाएंगे इसके बाद पीलीभीत-टनकपुर के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 01:34 AM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 01:34 AM (IST)
टनकपुर रेल खंड पर विद्युतीकरण ने पकड़ी रफ्तार
टनकपुर रेल खंड पर विद्युतीकरण ने पकड़ी रफ्तार

पीलीभीत,जेएनएन : टनकपुर से पीलीभीत तक रेलवे लाइन पर विद्युतीकरण कार्य में तेजी आ गई है। रेल खंड पर कुल 1276 पोल लगने हैं, जिनमें से 600 लग चुके हैं। पोल लगने के बाद विद्युत लाइन खींचने का कार्य किया जाएगा। कार्य मार्च तक पूरा कर लिए जाएंगे, इसके बाद पीलीभीत-टनकपुर के बीच इलेक्ट्रिक ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा।

गत दिवस पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल से विद्युतीकरण के लिए रेलवे इलेक्ट्रिकीफिकेशन स्पेशल पहुंची, इसके साथ ही पकड़िया रेलवे स्टेशन पर विद्युल पोल लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया। रेलवे इलेक्ट्रिकीफिकेशन स्पेशन के माध्यम से स्टेशन और उसके आसपास के ट्रैक किनारे 30 विद्युत पोल लगाए गए। पीलीभीत से टनकपुर तक रेल लाइन किनारे 12 76 विद्युत पोल लगाए जाएंगे। मझोला पकड़िया के रेलवे स्टेशन पर कार्य पूरा कर लिया गया। कार्यदायी संस्था ग्रीन पावर इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड नोएडा के मैनेजर अबू ताहिर की देखरेख में विद्युत पोल लगाने का कार्य किया जा रहा है। रेलवे विद्युतीकरण डिवीजन लखनऊ परियोजना के मुख्य निदेशक सुधांशु देव दुबे एवं उप मुख्य विद्युत अभियंता पुलकित श्रीवास्तव के निर्देशन में कार्यदायी संस्था अपना काम कर रही है। पीलीभीत से टनकपुर तक लगभग 65 किलोमीटर की दूरी पर 1276 विद्युत पोल लगाने का कार्य संस्था को दिया गया है। अगले साल मार्च तक संस्था को कार्य पूरा करने के आदेश दिए गए हैं। अब तक 600 विद्युत पोल लगाए जा चुके हैं। विद्युत पोल लगने के बाद रेलवे ट्रैक के दोनों ओर लाइन खींची जाएगी। मार्च में कार्य पूरा होने के बाद सीआरएस होगा। सीआरएस से हरी झंडी मिलने के बाद अप्रैल से पीलीभीत-टनकपुर रेलवे लाइन पर इलेक्ट्रिक ट्रेन का संचालन शुरू हो जाने की संभावना है। पूर्वोत्तर रेलवे इज्जत नगर मंडल के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह के अनुसार कार्यदायी संस्था को समय पर कार्य पूरा करने के निर्देश उच्च अधिकारियों ने दिए हैं। कार्य पूरा होने के बाद सीआरएस किया जाएगा, उसके उपरांत ही इलेक्ट्रिक ट्रेनें चलाई जाएंगी।

chat bot
आपका साथी