शिवालयों में तैयारियां, कोविड प्रोटोकाल का पालन करेंगे भक्त

सावन का पवित्र माह रविवार से शुरू हो रहा है। इस बार भी कोरोना संक्रमण के कारण कांवड़ यात्रा को रद किया जा चुका है। शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ नहीं लगेगी बल्कि कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन कराते हुए दर्शन-पूजन और जलाभिषेक कराया जाएगा। शहर के प्रमुख शिव मंदिरों में तैयारियां कर ली गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 11:42 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 11:42 PM (IST)
शिवालयों में तैयारियां, कोविड प्रोटोकाल का पालन करेंगे भक्त
शिवालयों में तैयारियां, कोविड प्रोटोकाल का पालन करेंगे भक्त

पीलीभीत,जेएनएन : सावन का पवित्र माह रविवार से शुरू हो रहा है। इस बार भी कोरोना संक्रमण के कारण कांवड़ यात्रा को रद किया जा चुका है। शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ नहीं लगेगी बल्कि कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन कराते हुए दर्शन-पूजन और जलाभिषेक कराया जाएगा। शहर के प्रमुख शिव मंदिरों में तैयारियां कर ली गई हैं।

गौरीशंकर मंदिर में पहुंचते हैं सबसे ज्यादा भक्त

शहर के प्रसिद्ध गौरीशंकर मंदिर सबसे प्राचीन है। हर साल सावन माह के दौरान यहां बड़ी संख्या में भक्त उमड़ते हैं। कछला, हरिद्वार आदि स्थानों से कांवड़ में गंगाजल लेकर आने वाले भक्त इसी मंदिर में पिछले वर्षों के दौरान जलाभिषेक करते रहे हैं। मंदिर परिसर में कांवड़ियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जाती रही हैं इस बार कांवड़ यात्रा नहीं होगी। मंदिर के प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मुख्य मंदिर के गर्भगृह में जाकर जलाभिषेक इस बार भी भक्त नहीं कर सकेंगे। जलाभिषेक के लिए पाइप लगाया गया है। दूधिया नाथ महादेव मंदिर में पाइप की स्थाई व्यवस्था

शहर का दूधिया नाथ महादेव मंदिर भी सदियों पुराना है। कांवड़ में गंगाजल लेकर आने वाले भक्तों का पड़ाव पहले इसी मंदिर में होता रहा है। यहां दर्शन पूजन के उपरांत कांवड़िये गौरीशंकर मंदिर में जलाभिषेक के लिए प्रस्थान करते रहे हैं। इस मंदिर का गर्भगृह काफी छोटा होने की वजह से पाइप की व्यवस्था स्थाई तौर पर रहती है। जब कोविड-19 जैसी महामारी नहीं थी, तब भी भक्त पाइप से ही जलाभिषेक करते थे। इस बार भी सावन के लिए मंदिर में तैयारियां कर ली गई हैं। अ‌र्द्धनारीश्वर शिव मंदिर तमाम भक्तों की आस्था का केंद्र

स्टेशन रोड पर सुनगढ़ी थाना चौराहा से कुछ ही दूरी पर स्थित अ‌र्द्धनारीश्वर शिव मंदिर भी तमाम भक्तों की आस्था का केंद्र है। सावन माह के दौरान यहां सुबह और सायं के समय काफी रौनक रहती है। सावन के लिए विशेष तौर पर मंदिर में सजावट की गई है। कई दशक पहले यहां पर एक चोटी सी मठिया हुआ करती थी, जिसमें शिवलिग स्थापित था। बाद में भक्तों के सहयोग से मंदिर को भव्य रूप दिया गया। यहां दो-चार के समूह में शारीरिक दूरी के नियम का पालन कराते हुए भक्तों को जलाभिषेक, पूजन करने की सुविधा प्रदान की जाएगी। ओंकारेश्वर महादेव मंदिर में भी उमड़ेंगे भक्त

बल्लभ नगर कालोनी में स्थित ओंकारेश्वर महादेव मंदिर की अपनी अलग मान्यता है। इस मंदिर में साल भर के दौरान सभी प्रमुख त्योहारों पर कार्यक्रम आयोजित होते हैं। उनमें कालोनी के लोगों का पूरी सहयोग रहता है। सावन के महीने में तो मंदिर परिसर की रौनक देखते ही बनती है। पूरे महीने मंदिर में सजावट रहेगी। सावन के प्रत्येक सोमवार को बड़ी संख्या में यहां भी भक्त उमड़ते हैं।

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