इमाम हुसैन की जिदगी को आइना बनाएं मुसलमान
चेहल्लुम के अवसर पर अमरिया में शहीद-ए-आजम कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया।
संवाद सूत्र, अमरिया: चेहल्लुम के मौके पर अमरिया के गांव परेवा वैश्य में एक दिवसीय आल इंडिया शहीद-ए-आ•ाम कांफ्रेंस में देश के मशहूर उलेमाओं ने मुसलमानों से नवासा ए रसूल ह•ारत इमाम हुसैन की जिदगी से सबक लेने की अपील की। हिदुस्तान के विभिन्न स्थानों से आये मशहूर उलेमाओं व शायरों ने कर्बला का वाकया सुनाकर लोगों को रोने पर मजबूर कर दिया।
हुसैनी कमेटी की ओर से आयोजित कांफ्रेंस का आगा•ा जामा मस्जिद के पेशे इमाम हाफि•ा कारी अब्दुल मतीन रजा ने कुरान की एक आयत पढ़कर किया। इसके बाद शायर आसिफ रजा ने हुसैन की याद में नात पढ़ी। बहेड़ी से आये मौलाना मुखतार ने अपनी तकरीर से लोगों को रोने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि मुसलमान अपने किरदार को देखें हुसैन की जिदगी से सीख लो, इमाम हुसैन ने सच्चाई के रास्ते पर चलते हुए इस्लाम की खातिर मैदाने करबला में अपने 72 साथियों के साथ राहे हक में कुर्बानी दे दी, लेकिन सच्चाई का साथ नहीं छोड़ा। मुंबई से आये मशहूर शायर-ए-इस्लाम अब्दुल वकील, बरेली के शाहिद रजा अजहरी, झारखंड से आये अल्लामा मौलाना जुनैद जमाली आदि ने मुसलमानों से कहा कि हम सभी को अपने वतन से मोहब्बत के साथ सच्चाई के रास्ते पर चलना चाहिए। कोलकाता के मशहूर शायर ए इस्लाम शादाब पैकर ने भी खिताब किया। कांफ्रेंस सुबह भोर तक चली। सलातो अस्सलाम के बाद मौलाना मुखतार ने मुल्क व कौम के लिए दुआ की। कांफ्रेंस की निजामत हाफिजो कारी नाजिम रजा बरेलवी ने की। हुसैनी कमेटी के सदस्यों के अलावा जिपं सदस्य रियाज खान, तसलीमशान खां, रिजवान खान एडवोकेट, खुर्शीद खां सरताज गुड्डू, औरंगजेब खां, मह़फूज खां, यामीन अहमद, मिसरयार, हाफि•ा मो. रहमान खां, आरिफ उस्मानी, डॉ. सईदुलला, सुन्नी खां, हाजी सज्जाद, इमरान खान, मुन्ने, फैजान खां, रिफाकत खां, डॉ. शईम खां, नईम खां, लईक अहमद अंसारी, सहित तमाम लोग मौजूद रहे।