कोरोना काल में सफाई व्यवस्था बदहाल

बीसलपुर नगर में जहां एक और कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है वहीं दूसरी ओर सफाई व्यवस्था बदहाल है। नगर पालिका परिषद के सफाई विभाग की हठधर्मिता के चलते कर्मचारियों ने नगर के चारों ओर की सड़कों को अपना डलाव घर बना रखा है। नगर से प्रतिदिन निकलने वाला गीला व सूखा कूड़ा वह गाड़ियों में एकत्र कर नगर के विभिन्न मार्गों पर ले जाकर डाल देते हैं। चारों ओर मार्गों पर से गुजरने वाले कूड़े से उठती दुर्गंध उनको बेचैन कर देती है। वहीं संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका को बढ़ावा मिल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 11:04 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 11:04 PM (IST)
कोरोना काल में सफाई व्यवस्था बदहाल
कोरोना काल में सफाई व्यवस्था बदहाल

पीलीभीत,जेएनएन : बीसलपुर नगर में जहां एक और कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है, वहीं दूसरी ओर सफाई व्यवस्था बदहाल है। नगर पालिका परिषद के सफाई विभाग की हठधर्मिता के चलते कर्मचारियों ने नगर के चारों ओर की सड़कों को अपना डलाव घर बना रखा है। नगर से प्रतिदिन निकलने वाला गीला व सूखा कूड़ा वह गाड़ियों में एकत्र कर नगर के विभिन्न मार्गों पर ले जाकर डाल देते हैं। चारों ओर मार्गों पर से गुजरने वाले कूड़े से उठती दुर्गंध उनको बेचैन कर देती है। वहीं संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका को बढ़ावा मिल रहा है।

नगर पालिका परिषद का सफाई विभाग नगर में सफाई को लेकर लापरवाह व अंजान बना है, जिसके चलते सफाई विभाग के अधिकारी कभी भी नगर की गलियों, सड़कों, नालों व नालियों की होने वाली सफाई के बाद उससे निकलने वाला कूड़ा कचरा कर्मचारियों की ओर से किस स्थान पर एकत्र किया जा रहा है यह जानने की परवाह कभी नहीं करते। जिस कारण से विभाग के कर्मचारी नगर से निकलने वाला कूड़ा कचरा शौचालयों की सफाई के बाद उससे निकलने वाला कचरा को वह पीलीभीत मार्ग, रम्पुरा कर्रखेड़ा मार्ग, चीनी मिल मार्ग, कितनापुर मार्ग, कासिमपुर मार्ग समेत आधा दर्जन से अधिक मार्गों पर शहर से निकलते ही डाल देते हैं। इतना ही नहीं नगर में मरने वाले बेसहारा पशुओं को भी वह इन्ही कूडे़ कचरे के ढेरों पर डाल आते हैं। दुर्गंध उधर से गुजरने वाले यात्रियों को दिनोंदिन मुसीबत बनती जा रहा है। वहीं संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है फिर भी पालिका के सफाई विभाग के अधिकारी अपनी नजर इस ओर नहीं दौड़ा पा रहे हैं। इस कचरे से उठती दुर्गंध से नगरवासी भी त्रस्त उस समय हो जाते हैं। जब हवा के झोंकों के साथ सड़ांध उनके घरों तक पहुंच जाती है।

नगर पालिका परिषद में पर्याप्त सफाई कर्मचारी होने के बावजूद नगर के घरों से निकलने वाला कूड़ा निश्चित स्थान पर न डाल कर वह अपने काम से बचने के लिए उसे सड़क के किनारे ही डाल कर चले जाते हैं, जिससे उठती बदबू के कारण परेशानी होती है।

संजय अग्रवाल

पटेल नगर कालोनी में रहते हैं और इस कालोनी में कई प्लाट जो खाली पड़े हुए हैं। मुहल्ले वासियों ने गंदगी डालकर प्लांटों को कूड़ा घर बना दिया है। उठने वाली दुर्गंध से काफी परेशानी हो रही है।

चंद्रपाल मौर्य

स्थानीय कॉलोनाइजर कहते हैं कि नहर के आगे पीलीभीत मार्ग पर स्मार्ट सिटी के सामने वह भी बड़े भूखंड पर प्लाटिग कर रहे हैं और लोग लगातार अपने आवास बनाने के लिए प्लांट खरीद रहे हैं कितु लोगों का कहना है कि सामने मार्ग पर दोनों ओर पालिका के कर्मचारी नगर से निकलने वाला कूड़ा कचरा डालते हैं इसकी सड़ांध से ठहरना मुश्किल हो जाता है।

नवीन सक्सेना

पीलीभीत मार्ग पर तीन किलोमीटर आगे नगर से उनका मदर्स पब्लिक स्कूल है। नगर से निकलने के बाद मार्ग के किनारे पालिका कर्मचारियों की ओर से डाला गया कचरा से उठती दुर्गंध असहनीय होती है साथ ही उनके स्कूल आने वाले बच्चे जो बस व गाड़ियों से आते हैं उन्हें भी उसकी दुर्गंध का सामना करना पड़ता है जिससे स्कूल के बच्चे अत्यधिक परेशान है।

तृप्ति पांडेय, मदर्स पब्लिक स्कूल गीला व सूखा कूड़ा सफाई कर्मचारी एकत्र करेंगे। यदि वह कूड़ा सड़क के किनारे डालते पाए गए तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

-वीरेंद्र सिंह, सफाई निरीक्षक

chat bot
आपका साथी