गोमती नदी में खरपतवार से नहीं दिखता जल
पीलीभीतजेएनएन गोमती नदी में खरपतवार पूरी तरीके से उग आया है। नदी झाड़ झंकाड़ में तब्दील नजर आ रही है। चारों तरफ से झाड़ झंकाड़ से घिर जाने के कारण नदी का स्वरूप भी नहीं दिख रहा है। खरपतवार के कारण जल भी नहीं दिखाई देता है।
पीलीभीत,जेएनएन : गोमती नदी में खरपतवार पूरी तरीके से उग आया है। नदी झाड़ झंकाड़ में तब्दील नजर आ रही है। चारों तरफ से झाड़ झंकाड़ से घिर जाने के कारण नदी का स्वरूप भी नहीं दिख रहा है। खरपतवार के कारण जल भी नहीं दिखाई देता है।
माधोटांडा से निकलकर लखनऊ की शोभा बढ़ाने वाली गोमती नदी अपने उद्गम स्थल से ही संघर्ष करती दिख रही हैं। कुछ साल पहले ग्राम पंचायत स्तर पर गोमती का स्वरूप निखारने के लिए खोदाई कराई गई थी, इसके बाद से अभी तक साफ सफाई का कार्य नहीं कराया गया है। नदी के किनारे और बीच धार में झाड़ झंकाड़ उग आया है। बरसात के सीजन में नदी की अविरल धारा बहने में यह घास फूस और झंकाड़ पूरी तरीके से बाधक रहा। अभी भी नदी घास फूस से ढकी हुई नजर आती है। घाटमपुर के त्रिवेणी घाट के पास घास फूस होने से नदी का अस्तित्व नजर नहीं आ रहा है। श्रद्धालुओं ने शीघ्र ही गोमती की मनरेगा या अन्य किसी योजना के तहत साफ सफाई कराकर झाड़ झंकाड़ हटवाने की मांग की है। कई जगह हैं जमीन पर कब्जे
गोमती नदी की जमीन पर कई जगह अवैध कब्जे हैं। किनारे पर बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया गया था। रोपित पौधे भी नहीं दिख रहे हैं। कुछ गोमती भक्त समय समय पर अधिकारियों से मिलकर साफ सफाई और कब्जा मुक्त कराने की मांग करते रहते हैं,लेकिन उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया जाता। इससे अवैध कब्जे बढ़ रहे हैं।
इनसेट..
जल्द ही ग्राम पंचायत स्तर से नदी में खड़े झाड़ झंकाड़ की साफ सफाई कराई जाएगी, इसके लिए कार्य योजना भी तैयार की जाएगी।
-अजय देवल,सहायक विकास अधिकारी पूरनपुर