सीडीओ ने तलब किया नमूनों का रिकार्ड
पीलीभीतजेएनएन मरीजों की जिदगी से खिलवाड़ कर उनके नमूने गायब करने के मामले में सीएमओ कार्यालय अधीन एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आइडीएसपी सेल) के कर्मी उच्चाधिकारियों को गुमराह कर रहे थे। इससे नाराज होकर शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत कुमार श्रीवास्तव अचानक सीएमओ कार्यालय पहुंच गए। शाम करीब चार बजे सीएमओ कार्यालय पहुंचकर मुख्य विकास अधिकारी ने आइडीएसपी सेल के कर्मियों को डेंगू संबंधी सभी रिपोर्ट लेकर तलब कर लिया। सीडीओ के अचानक पहुंचने से कार्यालय में खलबली मच गई। कई विभागीय कर्मी कार्यालय से गायब थे जो सीडीओ के पहुंचने की सूचना मिलते ही कार्यालय पहुंचकर अपने कमरों में बैठ गए।
पीलीभीत,जेएनएन : मरीजों की जिदगी से खिलवाड़ कर उनके नमूने गायब करने के मामले में सीएमओ कार्यालय अधीन एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आइडीएसपी सेल) के कर्मी उच्चाधिकारियों को गुमराह कर रहे थे। इससे नाराज होकर शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत कुमार श्रीवास्तव अचानक सीएमओ कार्यालय पहुंच गए। शाम करीब चार बजे सीएमओ कार्यालय पहुंचकर मुख्य विकास अधिकारी ने आइडीएसपी सेल के कर्मियों को डेंगू संबंधी सभी रिपोर्ट लेकर तलब कर लिया। सीडीओ के अचानक पहुंचने से कार्यालय में खलबली मच गई। कई विभागीय कर्मी कार्यालय से गायब थे जो सीडीओ के पहुंचने की सूचना मिलते ही कार्यालय पहुंचकर अपने कमरों में बैठ गए।
दैनिक जागरण ने डेंगू आशंकित 80 मरीजों के नमूने गायब करने, एलाइजा जांच के लिए नमूने समय से लैब न भेजने व निजी लैबों से नमूने एकत्र करने में हो रही लापरवाही की खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबरों का संज्ञान लेकर जिलाधिकारी पुलकित खरे ने सीडीओ प्रशांत कुमार श्रीवास्तव को जांच के आदेश दिए। सीडीओ ने मामले में आइडीएसपी सेल की एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. महविश सिद्दीकी से जानकारी ली तो उन्होंने निजी लैबों से सैंपल कम आने की बात कही। अगले ही दिन जिला सर्विलांस अधिकारी ने सैंपल रिपीट होने की बात कह दी। इसके बाद सीडीओ ने प्रभारी सीएमओ से लिखित आख्या मांगी। इसमें बताया गया कि निजी लैबों द्वारा जितने मरीजों के नमूने सक्रिय आने की सूचना दी गई, उतनी संख्या में नमूने कार्यालय को उपलब्ध नहीं कराए गए।
सीडीओ उपलब्ध कराई गई रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हुए। शुक्रवार को सीडीओ ने स्वयं सीएमओ कार्यालय पहुंचकर मामले की जांच की। इस दौरान उन्होंने आइडीएसपी सेल की एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. महविश सिद्दीकी और आपरेटर बृजेश को अंतिम चेतावनी देते हुए पूरी रिपोर्ट दुबारा भेजने के निर्देश दिए हैं। सीएमओ बंद कराएं पैथोलाजी लैब: सीडीओ ने अंतिम चेतावनी देते हुए स्पष्ट किया कि अगर आइडीएसपी सेल के कर्मी लिखित रूप में निजी लैबों को गलत ठहराते हैं तो सीएमओ तुरंत जाकर ऐसी निजी लैबों को बंद कराएं। अगर नमूने न आने या जांच न होने से किसी मरीज की मौत हुई है तो उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। हालांकि आइडीएसपी सेल के दोनों जिम्मेदार कर्मी भी बच नहीं सकेंगे। सीडीओ ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर सूचना के बाद भी सैंपल नहीं आए तो उन्हें मंगाने की जिम्मेदारी आइडीएसपी सेल की है। इसके अलावा सैंपल देर से भेजे गए हैं, इसके लिए भी जवाबदेही तय करते हुए कार्रवाई होगी।
सीएमओ कार्यालय पहुंचकर गुम सैंपलों के बारे में रिपोर्ट तलब की। इस दौरान आइडीएसपी सेल की एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. महविश ने नमूने न आने की बात कही है। हालांकि अगर निजी लैबों का दोष था तो उन पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई, इसका जबाब मांगा गया है। आइडीएसपी सेल की गलती पूरी तरह से प्रतीत हो रही है। डेंगू नमूने संबंधी पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। इसके बाद जिलाधिकारी को कार्रवाई की संस्तुति करते हुए आख्या भेज दी जाएगी।
- प्रशांत कुमार श्रीवास्तव, सीडीओ