सांसद के काफिले को दिखाए काले झंडे, हंगामा

पीलीभीतजेएनएन तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को सांसद वरुण गांधी को पूरनपुर में राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन और अन्नदाता किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। सांसद के काफिले को काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने रोकने के साथ ही झंडे छीनने की कोशिश की तो इस दौरान धक्का-मुक्की हुई। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने भाजपा पदाधिकारियों की गाड़ियों को हाथों से पीटा। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। काफी देर तक अफरातफरी का माहौल रहा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 11:52 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 11:52 PM (IST)
सांसद के काफिले को दिखाए काले झंडे, हंगामा
सांसद के काफिले को दिखाए काले झंडे, हंगामा

पीलीभीत,जेएनएन : तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को सांसद वरुण गांधी को पूरनपुर में राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन और अन्नदाता किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। सांसद के काफिले को काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने रोकने के साथ ही झंडे छीनने की कोशिश की तो इस दौरान धक्का-मुक्की हुई। आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने भाजपा पदाधिकारियों की गाड़ियों को हाथों से पीटा। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। काफी देर तक अफरातफरी का माहौल रहा।

सांसद वरुण गांधी पूरनपुर और थाना सेहरामऊ उत्तरी क्षेत्र के गांवों में जनसभाएं संबोधित करने पहुंचे। इसकी जानकारी जब राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन व अन्नदाता किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं को हुई तो वे घुंघचाई चौराहे के पास काले झंडे लेकर पहुंच गए। जानकारी पर पुलिस क्षेत्राधिकारी वीरेन्द्र विक्रम, पुलिस क्षेत्राधिकारी बीसलपुर कई थानों की फोर्स और पीएसी के साथ पहुंचे और विरोध कर रहे लोगों को समझाने का प्रयास किया। आखिर में यूनियन के कार्यकर्ताओं की सांसद से वार्ता करने पर सहमति बनी। 10 लोगों की कमेटी तैयार हो गई। कमेटी वार्ता करने जाती इससे पहले ही सांसद की गाड़ी दूसरे रूट से निकल गई, इससे यूनियन के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। मोहनपुर जनसभा में जाने के लिए बाइकों से निकल गए। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने रोकने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। पूरनपुर खुटार हाईवे पर मोहनपुर चौराहे पर सबलपुर से सांसद का आने का इंतजार करने लगे। दोनों पुलिस क्षेत्राधिकारी और पीएसी भी पहुंच गई, यहां भी अधिकारियों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। पुलिस अधिकारियों की यूनियन कार्यकर्ताओं से नोकझोंक भी हुई। सांसद का काफिला मोहनपुर जाते समय यूनियन कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाने शुरू कर दिए। पुलिस के झंडे छीनने और रोकने के प्रयास पर धक्का-मुक्की हुई। कार्यकर्ताओं ने भाजपा पदाधिकारियों की गाड़ियों को हाथों से पीटा। चौराहे से काफी दूर तक पीछा भी किया। काफी देर तक हंगामा होता रहा। काले झंडे दिखाने के बाद यूनियन कार्यकर्ता चले गए। काफिले में काले झंडे लहराए गए हैं। रोकने के दौरान धक्का-मुक्की नहीं हुई है। हो सकता है कुछ गाड़ियों को हाथ से पीटा हो। हम लोग लगातार यूनियन कार्यकर्ताओं के पीछे कर रहे थे। इस मामले में कार्रवाई कराई जाएगी।

-वीरेन्द्र विक्रम,पुलिस क्षेत्राधिकारी पूरनपुर किसान नेता गुरुवार की रात से थे नजरबंद

सांसद वरुण गांधी के पूरनपुर में दौरे को लेकर प्रशासन पहले से सतर्क था। पहले ही किसान नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। गुरुवार की रात को ही पुलिसकर्मी उनके घरों पर पहुंच गए। देर शाम तक वह मौजूद रहे, लेकिन दोनों यूनियन के कार्यकर्ता शुक्रवार को मौके पर पहुंच गए। उन्होंने विरोध कर काफिले को काले झंडे दिखा दिए।

पुलिस को करनी पड़ी खासी मशक्कत

सांसद का रूट बदल जाने से किसान आक्रोशित हो गए। कई बार उनमें भी वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। अचानक उन्होंने मोहनपुर पहुंचने का मन बनाया। पुलिस ने रोकने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। मोहनपुर चौराहे पर पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। काले झंडे दिखाने से रोकने के लिए उन्हें पकड़ने के दौरान पुलिस कर्मी तन्यमता से जुटे रहे फिर भी काले झंडे दिखा दिए गए। ज्ञापन सौंपकर समस्या निस्तारण की उठाई मांग

राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन और अन्नदाता किसान यूनियन की तरफ से पूरनपुर संयुक्त मोर्चा बनाया गया है। इसके तहत किसानों ने सांसद वरुण गांधी को संबोधित ज्ञापन एसडीएम रामस्वरूप को सौंपा। इसमें उन्होंने सरकारी क्रय केंद्रों पर खरीद में मनमानी को तत्काल बंद करने, 50 क्विंटल खरीद की बाध्यता को खत्म करने, प्रति एकड़ 22 क्विंटल की जगह 30 क्विंटल का पंजीकरण करने, सहकारी चीनी मिल की पेराई क्षमता बढ़ाए जाने की मांग की गई। पीलीभीत परिक्षेत्र की सभी चीनी मिलों पर बकाया गन्ना मूल्य ब्याज समेत शीघ्र दिलाने, किसानों की कर्ज को लेकर बैंक की आरसी और कनेक्शन काटे जा रहे हैं जिनपर तत्काल रोक लगवाने, एमएसपी से कम एक हजार और 12 सौ रुपये प्रति क्विंटल धान बिक रहा है। एमएसपी से कम रेट पर खरीद करने वालों पर कार्रवाई करने, किसान पंजीकरण में आधार कार्ड को जोड़कर बिना किसान की सहमति से उसके खाते में रुपया न डालने, बंद पड़ी मझोला चीनी मिल को सुचारू रूप से चलवाने की मांग की गई। ज्ञापन देने वालों में गुरप्रीत सिंह, देवेंद्र सिंह और गुरविदर सिंह आदि हैं।

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