साइबेरियन पक्षियों की मौत से बर्ड फ्लू का खतरा

पीलीभीतजेएनएन टाइगर रिजर्व में 10 साइबेरियन पक्षियों की मौत के के बाद बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए जिलाधिकारी ने अलर्ट जारी कर दिया है। डीएम ने लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरतने को कहा है। पशुपालन विभाग की सात रेपिड रिस्पांस टीमें गठित कर दी है। उन्होंने स्वास्थ्य और पशुपालन विभाग को पूरी तरह सतर्क रहने को निर्देश दिए है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 11:22 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 11:22 PM (IST)
साइबेरियन पक्षियों की मौत से बर्ड फ्लू का खतरा
साइबेरियन पक्षियों की मौत से बर्ड फ्लू का खतरा

पीलीभीत,जेएनएन: टाइगर रिजर्व में 10 साइबेरियन पक्षियों की मौत के के बाद बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए जिलाधिकारी ने अलर्ट जारी कर दिया है। डीएम ने लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरतने को कहा है। पशुपालन विभाग की सात रेपिड रिस्पांस टीमें गठित कर दी है। उन्होंने स्वास्थ्य और पशुपालन विभाग को पूरी तरह सतर्क रहने को निर्देश दिए है।

टाइगर रिजर्व के बराही रेंज में स्थित शारदा सागर डैम से 10 साइबेरियन पक्षियों के शव मिलने के बाद जिलाधिकारी पुलकित खरे ने जिला स्तरीय टास्कफोर्स की बैठक की। उन्होंने ने बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए जनपद को हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। पशुपालन विभाग की सात रेपिड रिस्पांस टीमें गठित कर दी हैं। ये टीमें ब्लाक स्तर पर तैनात रहेंगी। उन्होंने कहा है कि जिले में कहीं पक्षी की मौत की संख्या बढ़ती है तो वह तुरंत ब्लाक स्तर से लेकर जिला स्तर की टीम को सूचना दें। रेपिड रिस्पांस टीम मौके पर पहुंच कर जांच के साथ ही सैंपलिग करेगी। इसकी सूचना मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दी जाएगी। बर्ड फ्लू के चलते सतर्कता बढ़ाई जा रही है। यह बीमारी सिर्फ पक्षियों के लिए ही नहीं, बल्कि इंसानों के लिए भी घातक है। इस बीमारी से संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने वाले जानवर और इंसान संक्रमित हो जाते हैं।

वन विभाग ने सावधानियां बरतने के दिए निर्देश

वन विभाग ने भी बर्ड फ्लू के खतरे को भांपते हुए सावधानियां बरतने को कहा है। फील्ड स्टाफ को भी इसे लेकर सचेत किया गया है कि विदेशी या स्थानीय पक्षी की मृत्यु होने पर वे इसकी जानकारी पशुपालन विभाग व शासन को अवश्य दें। टाइगर रिजर्व में आ रहे प्रवासी पक्षियों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए हैं। वर्जन

साइबेरियन पक्षियों के शव पोस्टमार्टम के लिए आइआरवीआइ भेजे गए हैं। उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी नहीं आई है। हर वर्ष की तरह ठंड में लाखों की तादात में साइबेरियन पक्षी पहुंचे हैं। पक्षियों की मौत कैसे हुई, यह अभी तक पता नहीं चला है। जनपद में सात रेपिड रिस्पांस टीमें गठित कर दी है, एक कालिग टीम का भी गठन किया गया है।

डा. अरविद कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी

chat bot
आपका साथी