बारदाना व उठान न होने से भटक रहे किसान

पूरनपुर साधन सहकारी समिति पर किसानों का समर्थन मूल्य योजना के तहत स्थापित किए गए क्रय केंद्र पर तौल बेहद धीमी गति से की जा रही है। बारदाना और उठान की समस्या के चलते किसान भटकने को मजबूर हैं। अधिकारियों के लगातार निरीक्षण करने और सख्ती दिखाने के बावजूद भी धान खरीद में तेजी नहीं आ पा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 12:45 AM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 12:45 AM (IST)
बारदाना व उठान न होने से भटक रहे किसान
बारदाना व उठान न होने से भटक रहे किसान

पीलीभीत,जेएनएन : पूरनपुर साधन सहकारी समिति पर किसानों का समर्थन मूल्य योजना के तहत स्थापित किए गए क्रय केंद्र पर तौल बेहद धीमी गति से की जा रही है। बारदाना और उठान की समस्या के चलते किसान भटकने को मजबूर हैं। अधिकारियों के लगातार निरीक्षण करने और सख्ती दिखाने के बावजूद भी धान खरीद में तेजी नहीं आ पा रही है। क्रय केंद्र पर पिछले कई दिनों से धान के ढेर लगे हुए हैं। खरीद न होने से किसान कड़ाके की ठंड में खुले आसमान के नीचे रात गुजारने को विवश है। टीनशेड में हजारों क्विंटल धान लगा है जो लगातार सूख रहा है। सेंटर इंचार्ज वेदप्रकाश शुक्ल ने बताया कि खरीदे गए धान का उठान न होने से परिसर में जगह नहीं है। बारदाना का भी अभाव है। इसलिए तौल प्रभावित हो रही है। मालूम हो जिले में खाद खरीद के लिए एक अक्टूबर से क्रय केंद्रों का संचालन किया गया था। कई दिनों तक धान की आवक मंडी में न होने के कारण समय से खरीद शुरू नहीं हो सकी थी। अब धान इतना अधिक आ गया है,जिससे तौल नहीं हो पा रही है।

15 दिन पूर्व धान लेकर सेंटर पर आया था। रात दिन रखवाली कर रहा हूं। कड़ाके की ठंड में रात गुजारना बहुत मुश्किल हो जाता है। पूरी रात जागकर खुले आसमान के नीचे रहना पड़ता है।

राजेंद्र प्रसाद

दस दिनों से क्रय केंद्र पर धान पड़ा है जो अभी तक तौला नहीं गया है। रात दिन रह कर धान को रखना पड़ता है। धान उठान और बारदाना न होने से समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।

ब्रजकुमार शुक्ल

दो ट्राली धान लेकर सेंटर पर आया था जो अभी तक तौला नहीं गया है। सर्द भरी रात में ट्राली के नीचे बैठकर रात गुजार कर धान की रखवाली कर रहा हूं। अधिकारियों के लगातार निरीक्षण के बावजूद भी सेंटर की व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है।

हरमन सिंह

एक महीना पहले धान कटवाया था। जब से लगातार धान बेचने के लिए सेंटर के चक्कर लगा रहा हूं। सेंटर पर जगह न होने के कारण धान घर पर ही डाल रखा है। दस दिन पूर्व धान लेकर सेंटर पर रात दिन रखवाली कर रहा हूं।

देवेश अग्निहोत्री

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