कोविड अस्पताल में आक्सीजन की मुकम्मल व्यवस्था

कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप में आक्सीजन की खपत बढ़ती जा रही है। देश के कई हिस्सों में आक्सीजन की किल्लत के मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि जनपद में स्थिति सामान्य है। स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों की ओर से जनपद के एलटू कोविड अस्पताल में आक्सीजन की मुकम्मल व्यवस्था बताई जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 11:15 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 11:15 PM (IST)
कोविड अस्पताल में आक्सीजन की मुकम्मल व्यवस्था
कोविड अस्पताल में आक्सीजन की मुकम्मल व्यवस्था

पीलीभीत,जेएनएन: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप में आक्सीजन की खपत बढ़ती जा रही है। देश के कई हिस्सों में आक्सीजन की किल्लत के मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि जनपद में स्थिति सामान्य है। स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों की ओर से जनपद के एलटू कोविड अस्पताल में आक्सीजन की मुकम्मल व्यवस्था बताई जा रही है। तीन माह से एलटू कोविड अस्पताल में आक्सीजन का बहुत कम इस्तेमाल हुआ है जिस कारण एलटू में कृत्रिम आक्सीजन का भरपूर स्टाक है। अधिकारियों की मानें तो एलटू कोविड अस्पताल में जनवरी, फरवरी व मार्च में आक्सीजन का इस्तेमाल नहीं हुआ। अप्रैल में काफी कम मात्रा में आक्सीजन का इस्तेमाल किया गया है।

एलटू अस्पताल के इंचार्ज डा. राजेश ने बताया कि एलटू कोविड अस्पताल में 1500 लीटर के 69 टाइप बी आक्सीजन सिलिंडर व 7000 लीटर के दस जंबो सिलिंडर मौजूद हैं। इसके अलावा सीधे हवा से कृत्रिम आक्सीजन तैयार करने के लिए 34 आक्सीजन कंसेंट्रेटर एलटू में इस्तेमाल किए जा रहे हैं जो 5 लीटर तक आक्सीजन फ्लो कर देते हैं। चार बाइपैक व चार हाई फ्लो नेजल कैनुला भी सांस रोगियों के लिए लगाए गए हैं। आक्सीजन प्लांट में शेष कार्य होगा पूर्ण:

एलटू कोविड अस्पताल के समीप निर्माणाधीन आक्सीजन प्लांट का काम जल्द पूरा होगा जिससे आक्सीजन की किल्लत सामने नहीं आएगी। एलटू कोविड अस्पताल के समीप गत वर्ष से आक्सीजन प्लांट तैयार किया जा रहा है। लाकडाउन के दौरान कार्यदायी संस्था की ओर से निर्माण कार्य बंद करा दिया गया। अब देश में आक्सीजन की कमी के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने आक्सीजन प्लांट की सुध ली। प्रभारी सीएमओ डा. चंद्र मोहन चतुर्वेदी ने कार्यदायी संस्था के ठेकेदार से बात कर जल्द से जल्द कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए। प्रभारी सीएमओ ने बताया कि भवन में पाइपलाइन फिटिग व प्लांट लगने का कार्य शेष बचा है। ठेकेदार को निर्देश दिए गए हैं। एक माह में कार्य पूर्ण हो जाएगा। इसके बाद आक्सीजन प्लांट का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।

chat bot
आपका साथी