बीएसएल लैब पर एडी ने जारी किया नोटिस
पीलीभीतजेएनएन आरटी-पीसीआर सैंपल से कोरोना जांच में जनपद को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शासन द्वारा बायो सेफ्टी लैब (बीएसएल-2 लैब) का निर्माण कराने के आदेश दिए गए थे। तीन माह पूर्व लैब के निर्माण एवं संचालन संबंधी सुविधाओं की पूर्ति के लिए 66 लाख रुपये का बजट भेजा गया। 31 अक्टूबर तक हर हाल में लैब का संचालन करने के आदेश दिए गए थे लेकिन आला अधिकारियों की लापरवाही के कारण लैब का काम बंद पड़ा है।
पीलीभीत,जेएनएन: आरटी-पीसीआर सैंपल से कोरोना जांच में जनपद को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से शासन द्वारा बायो सेफ्टी लैब (बीएसएल-2 लैब) का निर्माण कराने के आदेश दिए गए थे। तीन माह पूर्व लैब के निर्माण एवं संचालन संबंधी सुविधाओं की पूर्ति के लिए 66 लाख रुपये का बजट भेजा गया। 31 अक्टूबर तक हर हाल में लैब का संचालन करने के आदेश दिए गए थे लेकिन आला अधिकारियों की लापरवाही के कारण लैब का काम बंद पड़ा है।
दैनिक जागरण ने 24 अक्टूबर के अंक में सीएमओ छुट्टी पर, बीएसएल लैब अधर में शीर्षक के साथ लैब संचालन में हो रही लापरवाही पर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। खबर का संज्ञान लेते हुए अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ. सुधीर कुमार गर्ग ने सीएमओ को पत्र भेजकर लैब की क्रियाशीलता पर जबाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा भेजे गए पत्र में लिखा गया कि शासन द्वारा बीएसएल-2 लैब की स्थापना के आदेश दिए गए थे। लैब की क्रियाशीलता एवं अद्यतन स्थिति के संबंध में अविलंब समान दिन में सूचना उपलब्ध कराई जाए। सूचना के आधार पर महानिदेशक को रिपोर्ट प्रेषित की जाएगी।
बता दें कि लैब का संचालन शुरू न होने से स्वास्थ्य विभाग द्वारा 2.58 लाख रुपये का मासिक व्यय हो रहा है। इसमें सैंपल लखनऊ भेजने का वहन समेत लैब के लिए नियुक्त स्टाफ को दिया जा रहा मानदेय शामिल है। लैब के संचालन के प्रति जनपद के स्वास्थ्य अधिकारी गंभीर नहीं है जिस कारण लैब के कार्यों में विलंब होता जा रहा है। वर्जन-
बीएसएल-2 लैब की रिपोर्ट महानिदेशक को भेजी जाएगी। जनपद में बजट आवंटित होने के बाद भी लैब का संचालन शुरू न होना निराशाजनक है। इस संबंध में सीएमओ को अद्यत स्थिति के साथ जबाब प्रस्तुत करने के संबंध में पत्र भेजकर निर्देश दिए गए हैं।
- डा. सुधीर कुमार गर्ग, अपर निदेशक स्वास्थ्य बरेली मंडल