चार दिन तक प्रति किसान 50 क्विंटल खरीदा जाएगा धान

पीलीभीतजेएनएन धान की सरकारी खरीद के लिए किसानों के आनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया तेजी पकड़ रही है। पहली अक्टूबर से जिले में क्रय केंद्रों पर धान की सरकारी खरीद शुरू हो जाएगी। फिलहाल विभिन्न एजेंसियों के 52 क्रय केंद्रों का जिलाधिकारी अनुमोदन कर चुके हैं। इसके अलावा आवश्यकता के अनुरूप क्रय केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। सोमवार से गुरुवार तक प्रति किसान 50 क्विंटल धान की खरीद होगी। जिला प्रशासन की ओर से क्रय केंद्रों की तैयारी शुरू कर दी गई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 11:50 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 11:50 PM (IST)
चार दिन तक प्रति किसान 50  क्विंटल खरीदा जाएगा धान
चार दिन तक प्रति किसान 50 क्विंटल खरीदा जाएगा धान

पीलीभीत,जेएनएन : धान की सरकारी खरीद के लिए किसानों के आनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया तेजी पकड़ रही है। पहली अक्टूबर से जिले में क्रय केंद्रों पर धान की सरकारी खरीद शुरू हो जाएगी। फिलहाल विभिन्न एजेंसियों के 52 क्रय केंद्रों का जिलाधिकारी अनुमोदन कर चुके हैं। इसके अलावा आवश्यकता के अनुरूप क्रय केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। सोमवार से गुरुवार तक प्रति किसान 50 क्विंटल धान की खरीद होगी। जिला प्रशासन की ओर से क्रय केंद्रों की तैयारी शुरू कर दी गई है।

जिला खाद्य विपणन अधिकारी प्रिस चौधरी के अनुसार किसान अपने निकट के जन सुविधा केंद्र पर धान बिक्री के लिए आनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण में उनका आधार से लिक मोबाइल नंबर बेहद जरूरी है। बगैर इसके पंजीकरण संभव नहीं होगा। पंजीकरण में कृषि भूमि की खतौनी के साथ ही कुल भूमि में कितने-कितने रकबे में कौन कौन सी फसलें कर रखी हैं, इसका विवरण भी अनिवार्य रूप से देना होगा। उन्होंने बताया कि पंजीकरण कराने वाले किसानों को आनलाइन टोकन प्राप्त करना पड़ेगा। जिस केंद्र का टोकन होगा, उसी पर किसान अपना धान बेच सकेंगे। टोकन सायं चार बजे तक मान्य होगा। इसी अवधि में किसान को अपना धान लेकर सेंटर पर पहुंचना है। अवधि बीत जाने पर टोकन फिर से जनरेट कराना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि क्रय केंद्रों पर सोमवार से गुरुवार तक प्रति किसान 50 क्विंटल धान खरीदा जाएगा। शुक्रवार व शनिवार को इससे अधिक मात्रा में भी किसान का धान खरीदा जा सकता है। उन्होंने किसानों से अपना आनलाइन पंजीकरण जल्द से जल्द करा लेने के लिए कहा है।

chat bot
आपका साथी