आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बन रहा उत्तर प्रदेश-योगी

धर्मेंद्र चंदेल नोएडा अपने कड़े और लीक से हटकर लिए जाने वाले फैसलों के लिए विख्यात मुख्य

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 06:31 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 06:31 PM (IST)
आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बन रहा उत्तर प्रदेश-योगी
आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला बन रहा उत्तर प्रदेश-योगी

धर्मेंद्र चंदेल नोएडा :

अपने कड़े और लीक से हटकर लिए जाने वाले फैसलों के लिए विख्यात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गौतमबुद्ध नगर को प्रदेश की आर्थिक राजधानी बनाने का ढृढ़संकल्प जताया। उन्होंने साफ कहा कि उत्तर प्रदेश की खुशहाली का रास्ता गौतमबुद्ध नगर से होकर गुजरता है। यूपी दिवस का नोएडा में आयोजन होने से साफ है कि प्रदेश सरकार के लिए यह जिला कितना अहम है। गौतमबुद्ध नगर से जिले के ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के नागरिकों की जीवन में रोजगार के जरिये खुशहाली आएगी। औद्योगिक विकास एवं रोजगार के लिए यहां अपार संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत को मूर्त रूप देने के लिए उत्तर प्रदेश आधारशिला तैयार कर रहा है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और फिल्म सिटी से गौतमबुद्ध नगर की अंतरराष्ट्रीय परि²श्य पर जो छवि अंकित हुई है, उससे विकास को तीव्र करने का बेहतरीन अवसर मिला है। मुख्यमंत्री ने रोडमैप खींचते हुए साफ संकेत दे दिया कि इस अवसर को प्रदेश सरकार जाया नहीं करेगी। पूरी क्षमता के साथ इसका दोहन कर विकास का नया मुकाम तय किया जाएगा। नोएडा, ग्रेटर नोएडा का गठन जिस मकसद के साथ हुआ था, भाजपा सरकार उसे पूरा करेगी।

मौसम खराब होने के कारण यूपी दिवस का उद्घाटन करने नोएडा न पहुंच सके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मन में इसकी टीस भाषण में झलकी। उन्होंने कहा कि वे खुद नोएडा आकर लोगों से संवाद करना चाहते थे, पर मौसम बीच में आ गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य में गौतमबुद्ध नगर अहम कड़ी है। एक जिला एक उत्पाद के माध्यम से प्रदेश की विविधता और खासियत को लोगों के सामने रखा गया।

मुख्यमंत्री योगी का ढृढ़संकल्प नोएडा के विकास पर दूरगामी प्रभाव डालने वाला है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि पूर्व में तत्कालीन प्रदेश सरकार और उसके समर्थकों के लिए नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण किसी भी कुबेर के खजाने से कम नहीं रहे हैं। तत्कालीन मुख्यमंत्रियों द्वारा नोएडा से दूरी बनाने के कारण ही तीनों प्राधिकरण भ्रष्टाचार के अड्डे बने। अधिकारियों ने जो भी रिपोर्ट पेश की, उसे सही मान लिया गया। धरातल पर कभी किसी मुख्यमंत्री ने यहां आकर सत्यता नहीं परखी। इसी वजह से प्राधिकरणों के टेंडरों पर निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों ने भी जमकर लूट मचाई। खराब गुणवत्ता की सामग्री लगाकर करोड़़ों के वारे-न्यारे किए। पूर्व की सरकारों में कभी इस बात की अपेक्षित चर्चा नहीं हुई कि कैसे निर्माण के कुछ ही दिन बाद नाली, सीवर लाइन, बरात घर और श्मशान घाट और सड़कें टूटने लगती थीं। एक घोटाले को छिपाने के लिए दूसरा घोटाले को अंजाम दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गौतमबुद्ध नगर दौरे के बाद अधिकारियों का भ्रम दूर हो गया। एक बार नहीं बल्कि सात बार यहां आकर प्राधिकरण के कार्यों की समीक्षा कर सच्चाई की तह में गए। भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों पर कार्रवाई भी की। औद्योगिक प्राधिकरणों का केंद्रीयकरण कर यहां वर्षों में मलाई खा रहे स्थायी कर्मियों को शिकायत मिलने पर दूर-दराज भेजा। मुख्यमंत्री योगी ने सोमवार को भी वर्चुअल भाषण में कहा कि भाजपा सरकार बनने के बाद ही नोएडा, ग्रेटर नोएडा विकास के पथ पर अग्रसित हुए हैं। भारत सरकार के साथ मिलकर इसे आगे बढ़ाया जाएगा।

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