चीन छोड़ भारत के हस्तशिल्प बाजार का रुख कर रहे व्यापारी

दुनिया के बड़े हस्तशिल्प मेलों में से एक आइएचजीएफ मेला दो वर्ष बाद बृहस्

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 09:31 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 09:31 PM (IST)
चीन छोड़ भारत के हस्तशिल्प बाजार का रुख कर रहे व्यापारी
चीन छोड़ भारत के हस्तशिल्प बाजार का रुख कर रहे व्यापारी

जासं, ग्रेटर नोएडा :

दुनिया के बड़े हस्तशिल्प मेलों में से एक आइएचजीएफ मेला दो वर्ष बाद बृहस्पतिवार से इंडिया एक्सपो मार्ट में शुरू हो रहा है। चार दिवसीय मेला का आयोजन निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) करा रहा है। ईपीसीएच के मुताबिक हस्तशिल्प के बाजार में भारत अब चीन को कड़ी टक्कर दे रहा है। पिछले एक वर्ष में विश्व का बाजार अब चीन को छोड़ भारत से निर्यात करा रहा है। कोविड काल में हस्तशिल्प बाजार में तीन फीसद की बढ़ोतरी हुई है। ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने बताया कि दो माह पहले मेले के आयोजन पर निर्णय लिया गया। मेले में कोविड प्रोटोकाल का पूरी तरह से खयाल रखा गया है। एप के जरिये खरीदार और निर्यातकों के टीकाकरण व कोविड रिपोर्ट की निगरानी रखी जाएगी। मेले में देशभर से 1500 से अधिक भारतीय हस्तशिल्प निर्यातक उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। कोविड काल में छह महीने के लाकडाउन में 37 फीसद की गिरावट आई, लेकिन सभी की मेहनत से इसकी भरपाई कर तीन फीसद की बढ़ोतरी की। ईपीसीएच अध्यक्ष आरके मलहोत्रा ने बताया कि कोविड काल में भी 25,700 करोड़ के कारोबार को गिरने नहीं दिया गया। इसमें उत्तर प्रदेश सरकार का विशेष सहयोग रहा, कोरोना काल में हस्तशिल्प उद्योग को संचालित कराया। ईपीसीएच के सीओए राजेश जैन ने बताया कि निर्यातक व कारीगर मेले को लेकर उत्सुक हैं। विश्वभर के खरीदार अब भारत के बाजार पर भरोसा जता रहे हैं। उन्हें भारत का हस्तशिल्प लुभा रहा है। पिछले एक वर्ष में चीन से बाजार बंद कर भारत के व्यापारियों से कारोबार कर रहे हैं। इस दौरान पूर्व चेयरमैन रवि पासी, ओपी प्रहलादका, लेखराज, नीरज खन्ना, आरके वर्मा जश्मीना जैलांग आदि मौजूद रहे।

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