जेवर के थोरा गांव में बुखार से तीन की मौत

जेवर क्षेत्र के थोरा गांव में महिला समेत तीन लोगों की बुखार से मौत हो गई। उनक

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 08:13 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 08:13 PM (IST)
जेवर के थोरा गांव में बुखार से तीन की मौत
जेवर के थोरा गांव में बुखार से तीन की मौत

संस, जेवर : जेवर क्षेत्र के थोरा गांव में महिला समेत तीन लोगों की बुखार से मौत हो गई। उनकी मौत से गांव में मातम पसरा है। ग्रामीण गांव में फैली बीमारी को लेकर डरे हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों की जांच के लिए कोई कार्रवाई नहीं की है। यमुना प्राधिकरण भी गांव में फागिग व सफाई नहीं करा रहा है। ग्रामीणों में स्वास्थ्य विभाग व प्राधिकरण के प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है।

थोरा गांव निवासी 20 वर्षीय आरती को पिछले कुछ दिनों से तेज बुखार था। स्वजन उसे इलाज के लिए जेवर के कैलाश अस्पताल लेकर पहुंचे, उसकी स्थिति को देखते हुए ग्रेटर नोएडा के जिम्स अस्पताल रेफर कर दिया गया। स्वजन ने बताया कि आरती को डेंगू हुआ था। रविवार तड़के करीब तीन बजे उसकी मौत हो गई। बेटी की मौत के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। गांव के ही ओमप्रकाश के 16 वर्षीय बेटे सूरज को भी पिछले दस दिनों से तेज बुखार की शिकायत थी। स्वजन ने सूरज को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया था। शनिवार को सूरज की मौत हो गई। ओमप्रकाश के चार बच्चे हैं । सूरज तीन बहनों के बीच इकलौता भाई था। उसकी मौत से परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं प्रीति शर्मा की भी रविवार को मौत हो गई। डेंगू होने के कारण उन्हें तीन दिन पहले जेवर के अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था।

गांव के 50 से अधिक लोगों का चल रहा अस्पतालों में इलाज गांव में पिछले 15 दिनों से बुखार व डेंगू का कहर है। दिनों दिन मरीज बढ़ते जा रहे है। लगभग हर घर में मरीज चारपाई पर हैं। ग्रामीणों ने बताया कि 50 से अधिक महिला, बच्चे और बुजुर्गों का इलाज दिल्ली, नोएडा, जेवर व खुर्जा के अलावा मेरठ के अस्पतालों में चल रहा है। गांव में स्वास्थ्य कैंप लगाकर लोगों की जांच कराई जा रही है । तेज बुखार से बचाव के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। अपने घरों में जमा साफ पानी को तुरंत हटा देना चाहिए। अगर किसी को बुखार की वजह से परेशानी बढ़ती है तो तुरंत जेवर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर इलाज कराएं। वहां सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

डा. पवन कुमार, प्रभारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जेवर

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