एमएसएक्स सोसायटी की कटी बिजली, लोगों में आक्रोश

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के अल्फा एक सेक्टर स्थित एमएसएक्स सोसायटी की पिछले दो द

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Oct 2018 06:55 PM (IST) Updated:Fri, 26 Oct 2018 06:55 PM (IST)
एमएसएक्स सोसायटी की कटी बिजली, लोगों में आक्रोश
एमएसएक्स सोसायटी की कटी बिजली, लोगों में आक्रोश

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा के अल्फा एक सेक्टर स्थित एमएसएक्स सोसायटी की पिछले दो दिनों से बिजली गुल है। बिल्डर पर पांच लाख रुपये से ज्यादा एनपीसीएल का बिल बकाया है। बिल्डर व एनपीसीएल के बीच में सैकड़ों लोग पिस रहे हैं। बिजली आपूर्ति ठप होने से लोगों में आक्रोश है। सोसायटी के लोगों का आरोप है कि बिल्डर ने बिजली आपूर्ति बहाल कराने के लिए ठोस कदम नहीं उठाया है। खबर लिखे जाने तक सोसायटी में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है।

जानकारी के मुताबिक, एमएसएक्स सोसायटी में 182 फ्लैट है। सोसायटी में डेढ़ सौ परिवार मौजूदा समय में रह रहे हैं। बिल्डर पर एनपीसीएल का पांच लाख 70 हजार रुपये बिल बकाया है। बिल भुगतान के लिए एनपीसीएल बिल्डर प्रबंधन को कई बार नोटिस जारी कर चुका है, लेकिन बिल्डर द्वारा बकाया भुगतान नहीं किया गया। एनपीसीएल ने कार्रवाई करते हुए बृहस्पतिवार को सोसायटी की बिजली गुल कर दी। इससे सोसायटी में बिजली संकट गहरा गया। बिजली आपूर्ति बाधित होते ही लोगों की मुसीबत बढ़ गई। सोसायटी में लिफ्ट व पानी की व्यवस्था चरमरा गई। लोगों ने पूरी रात अंधेरे में गुजारी। शुक्रवार को भी बिजली आपूर्ति पूरे दिन बाधित रही। सोसायटी वासियों का आरोप है कि हर माह बिजली बिल वसूलने के बावजूद एनपीसीएल को भुगतान नहीं किया गया। इस वजह से लाखों रुपये बिल बकाया हो गया है। लोगों ने बताया कि सोसायटी में बिजली की समस्या लंबे समय से है। पूर्व में भी दो बार सोसायटी की बिजली काटी जा चुकी है।

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हम लोग बिजली का बिल और मेंटेनेंस समय से जमा कर रहे हैं। इसके बाद भी हमें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह सब बिल्डर की लापरवाही है।

-वीरेश, निवासी

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सोसायटी में करीब डेढ़ सौ परिवार रह रहे है। जिसमें सैकड़ों वृद्ध और बच्चे है। इन्हें सीढि़यों से उतरने और चढ़ने में बहुत परेशानी हो रही है।

-सचिन, निवासी

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सोसायटी में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। कई बार मांग उठ चुकी है। लोग नियमित बिल भुगतान करते है। बिल्डर की लापरवाही का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है।

-अमित, निवासी

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