गुरु गोबिंद सिंह को यादकर किसानों ने परेड निकाली

जागरण संवाददाता नोएडा कृषि कानूनों को लेकर पिछले करीब 51 दिन से सेक्टर 14-ए चिल्ला ब

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 10:05 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 10:05 PM (IST)
गुरु गोबिंद सिंह को यादकर किसानों ने परेड निकाली
गुरु गोबिंद सिंह को यादकर किसानों ने परेड निकाली

जागरण संवाददाता, नोएडा :

कृषि कानूनों को लेकर पिछले करीब 51 दिन से सेक्टर 14-ए चिल्ला बार्डर पर धरना दे रहे भारतीय किसान यूनियन (भानु) गुट के किसानों ने बुधवार को धरनास्थल पर सिख धर्म के दसवें गुरु गोबिंद सिंह का प्रकाश पर्व मनाया। इस दौरान किसानों ने गुरु गोबिंद सिंह की फोटो पर पुष्प अर्पित करके उन्हें याद किया।

बुधवार को भानु गुट प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह का भी जन्मदिन था। इस मौके पर किसानों ने केक काटकर प्रदेश अध्यक्ष का जन्मदिवस मनाया। इसके बाद किसानों ने दिल्ली कूच करने के लिए सूबेदार रामनाथ सिंह के नेतृत्व में परेड रिहर्सल की।

----------

घरों पर कैद हो रहे किसान

आंदोलन को समर्थन देने के लिए बिहार से किसान नेता संजय पासवान, सोनभद्र से राजेश द्विवेदी, झारखंड रांची से कन्हैया चौबे, ज्ञान प्रकाश पटेल पहुंचे। इस दौरान भानु गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि पूरे देश में सरकार ने आपातकाल जैसे हालात पैदा कर दिए हैं। आंदोलन में दिल्ली पहुंचने वाले किसानों को उनके घरों पर ही कैद किया जा रहा है। ट्रैक्टरों के नंबर लिख कर उन्हें डराया जा रहा है। दिल्ली आने से रोका जा रहा है जो सरासर गलत है। उन्होंने कहा यह आंदोलन पूरे देश के किसान मजदूर, व्यापारी व आम आदमी आदमी की आवाज बन चुका है, जिसे सरकार रोक नहीं पाएगी। 26 जनवरी को भारी संख्या में किसान व ट्रैक्टरों सहित दिल्ली कूच करके रहेंगे।

------------

ट्रैक्टर परेड के लिए किसानों की गांवों चल रही पंचायत

सेक्टर-95 स्थित राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) गुट के किसानों का धरना बुधवार को भी जारी रहा। ट्रैक्टर परेड की तैयारी को लेकर किसान रणनीति बनाते दिखे। लोकशक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी मास्टर श्यौराज सिंह ने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड की जाएगी। इसको लेकर किसानों ने तैयारी शुरू कर दी है। उनकी यूनियन के कार्यकर्ता गांवों में पंचायत कर ग्रामीणों को ट्रैक्टर परेड को लेकर जागरूक कर रहे हैं। यह आंदोलन 26 जनवरी को इतिहास में दर्ज होगा।

chat bot
आपका साथी