40 हजार का था लक्ष्य, मात्र 23 हजार हुई कोरोना जांच

जागरण संवाददाता नोएडा शासन के आदेश पर जिले में चलाए गए दस दिवसीय कोरोना जांच अभियान में

By JagranEdited By: Publish:Sun, 12 Jul 2020 10:25 PM (IST) Updated:Sun, 12 Jul 2020 10:25 PM (IST)
40 हजार का था लक्ष्य, मात्र 23 हजार हुई कोरोना जांच
40 हजार का था लक्ष्य, मात्र 23 हजार हुई कोरोना जांच

जागरण संवाददाता, नोएडा : शासन के आदेश पर जिले में चलाए गए दस दिवसीय कोरोना जांच अभियान में स्वास्थ्य विभाग लक्ष्य को पूरा करने में नाकाम रहा। लक्ष्य के सापेक्ष मात्र 58 फीसद जांच ही हुई। गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शासन ने दस दिनों में 40 हजार एंटीजन व आरटी-पीसीआर जांच का लक्ष्य निर्धारित किया था। जिले में प्रतिदिन 4 हजार जांच होनी थी, लेकिन विभागीय टीमें मात्र 22521 संदिग्धों की जांच कर पाई। इनमें 695 संदिग्धों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिन्हें विभिन्न कोविड अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। वहीं विभाग उक्त अभियान को आगे भी जारी रखने पर विचार कर रहा है।

रिपोर्ट के अनुसार जिले में 15629 एंटीजन जांच हुई, इनमें 224 संदिग्ध पॉजिटिव पाए गए। वहीं 6 हजार 892 संदिग्धों के सैंपल आरटी-पीसीआर के लिए भेजे। इनमें 471 रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि ट्रू-नेट से जांच का आंकड़ा फिलहाल प्राप्त नहीं हुआ है। सूत्रों के अनुसार ट्रू-नेट से हुई जांच की संख्या भी एक हजार से कम है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. मनोज कुशवाह के अनुसार दस दिनों में 23 हजार के करीब जांच हुई है। जबकि अभियान को अमलीजामा पहनाने के लिए कंटेनमेंट जोन में 1500 व विभिन्न जांच केंद्रों के लिए 40 अलग टीमों का गठन किया गया था। प्रत्येक जांच केंद्र को प्रतिदिन 150 सैंपल का लक्ष्य दिया गया। लेकिन प्रतिदिन 150 जांच पूरी करने में टीम के पसीने छूट गए। कई जगहों पर तो लोगों को जबरन भी जांच के लिए भेजा गया। उसके बाद भी अधिकारी शासन की मंशा पर खरे नहीं उतर पाए है।

---

ये बोले सीएमओ

प्रभारी सीएमओ डॉ. नेपाल सिंह के अनुसार एंटीजन किट जिले में बेहद कारगर साबित हुई है। भले ही विभाग लक्ष्य की पूर्ति न कर पाया हो, लेकिन इन 10 दिनों की अवधि में हर दिन हजारों की संख्या में एंटीजन जांच की गई। इससे संक्रमण की चेन तोड़ने में भी मदद मिली है। एंटीजन किट के नतीजे आरटी-पीसीआर के मुकाबले तेजी से मिलते हैं। कोरोना जांच दर में वृद्धि हुई है, जाहिर है उस हिसाब से मरीज भी सामने आ रहे हैं। लेकिन इससे कोरोना प्रभावित स्थानों की पहचान भी हुई है। ऐसे में जांच को आगे भी जारी रखने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित भी कर दिया गया है, और अधिक एंटीजन किट की मांग की गई है। फिलहाल कितनी किट मंगानी है, जांच क्षेत्रों का चिह्नितकरण इत्यादि के संबंध में स्वास्थ्य व प्रशासनिक अधिकारी विचार विमर्श कर रहे हैं। हालांकि प्राथमिकता पर कंटेनमेंट जोन ही रहेंगे।

chat bot
आपका साथी