शहर व गांवों में स्थापित होंगे स्टैटिक टेस्टिग सेंटर
जागरण संवाददाता नोएडा ठंड में सांस रोगियों की संख्या बढ़ जाती है ऐसे में कोरोना का
जागरण संवाददाता, नोएडा :
ठंड में सांस रोगियों की संख्या बढ़ जाती है, ऐसे में कोरोना का संक्रमण उनके लिए जानलेवा साबित हो सकता है। स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग शहर से लेकर गांव तक स्टैटिक टेस्टिग सेंटर स्थापित करेगा। इन सेंटरों पर प्रात: 10 बजे से शाम चार बजे तक कोरोना की जांच की जाएगी, ताकि संदिग्धों को कोरोना जांच के लिए भटकना न पड़े। एल-2 व एल-3 अस्पतालों में उपकरण, दवाइयां, प्रशिक्षण एवं मैन पावर की कमी दूर करने की तैयारी भी की जा रही है। आइसीयू, एचडीयू बिस्तर, वेंटिलेटर की संख्या को भी बढ़ाने पर बल दिया जा रहा है। इसके अलावा सभी बिस्तरों पर आक्सीजन की व्यवस्था की सुनिश्चित की जाएगी।
नवंबर में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। बढ़ते संक्रमण के ²ष्टिगत क्वालिटेटिव कांटेक्ट ट्रेसिग पर स्वास्थ्य विभाग को विशेष बल देने के आदेश मिले हैं। शासन ने स्वास्थ्य विभाग को आरक्षित बिस्तरों को तैयार रखने के भी आदेश दिए हैं, ताकि ठंड के दिनों में संक्रमितों की संख्या बढ़ने पर तत्काल सुविधा दी जा सके, ज्यादा संक्रमित मिलने वाले क्षेत्रों के चिह्निकरण के लिए कहा गया है। यहां पर संदिग्ध व्यक्ति की जांच एंटीजन के बजाय आरटी-पीसीआर से की जाएगी। गौतमबुद्ध नगर में गूगल अर्थ प्रो के जरिए संक्रमण के प्रकरणों की मैपिग भी की जा रही है। शासन ने आदेश दिए है कि जिले में आरटी-पीसीआर जांच बढ़ाई जाए। इसका अनुपात 40:60 किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग के एक शीर्ष अफसर ने बताया कि शासन से इस संबंध में आदेश प्राप्त हो चुका है। शनिवार से स्टैटिक टेस्टिग सेंटर बनाए जाने को लेकर सूची भी उपलब्ध कराई जाएगी।