फेयर देखकर मंत्री विधायक बोले इस प्रकार के आयोजन होने चाहिए

जागरण संवाददाता नोएडा सेक्टर-62 स्थित एक्सपो सेंटर में आप्टिकल एसोसिएशन आफ इंडिया की

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 11:07 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 11:07 PM (IST)
फेयर देखकर मंत्री विधायक बोले इस प्रकार के आयोजन होने चाहिए
फेयर देखकर मंत्री विधायक बोले इस प्रकार के आयोजन होने चाहिए

जागरण संवाददाता, नोएडा :

सेक्टर-62 स्थित एक्सपो सेंटर में आप्टिकल एसोसिएशन आफ इंडिया की ओर से शनिवार को इंडिया इंटरनेशनल आप्टिकल फेयर शुरू किया गया। इसका शुभांरभ उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' और नोएडा विधायक पंकज सिंह ने किया। इस दौरान नाफेड के निदेशक अशोक ठाकुर भी मौजूद रहे। फेयर में शामिल तमाम कंपनियों के स्टालों का मंत्री व विधायक ने अवलोकन किया। आप्टिकल उद्योग में होने वाली नई तकनीक, शोध, उपकरणों की बारीकियों की जानकारी हासिल की। इस दौरान कैबिनेट मंत्री नंदी ने कहा कि इस प्रकार का आयोजन उत्तर प्रदेश में पहली बार हुआ है, जिसमें देश भर से आप्टिकल उद्योग से जुड़े लोग शामिल हुए हैं, निश्चित ही इसका फायदा आने वाले समय में प्रदेश को मिलेगा। विधायक पंकज सिंह ने कहा कि नोएडा में यह फेयर बहुत ही गौरव की बात है। इस प्रकार के आयोजन समय समय पर होने चाहिए। आप्टिकल एसोसिएशन आफ इंडिया अध्यक्ष डा. सुभाष बंसल और महासचिव आनंद मेहरवाल ने बताया कि प्रदर्शन में करीब 150 से अधिक कंपनियों ने अपने स्टाल यहां पर लगाए है।

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देश में प्रतिदिन चार लाख चश्मा बिकता प्रदर्शनी के अध्यक्ष सुनील गुप्ता और सुमित मोदी ने बताया कि देश में प्रतिदिन चार लाख चश्मा बनाया जाता है और आठ लाख लेंस बेचे जाते हैं। इसके लिए 80 हजार शोरूम व दुकानें देश भर में संचालित हो रही हैं। एक शोरूम या दुकान पर कम से पांच लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार हासिल है। यानी चार लाख लोगों की रोजी रोटी सीधे तौर पर इस उद्योग से जुड़ी हुई है।

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कालेजों के विद्यार्थियों ने लिया हिस्सा

एनसीआर के तमाम कालेजों के विद्यार्थियों ने फेयर के पहले दिन शिरकत की। इस दौरान उनके लिए कई कार्यशालाओं का आयोजन कराया गया, जिसमें नये नये शोध व तकनीक से उन्हें अवगत कराया गया। इस दौरान इस क्षेत्र में आने वाली संभावनाओं की जानकारी दी गई, जिससे देश को इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जा सके, चूंकि अभी यह पूरा उद्योग आयात पर निर्भर है, आयात की निर्भरता को समाप्त करने के लिए किस प्रकार के प्रयास किए जा रहे, उन्हें अवगत कराया गया।

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