बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का नाम ग्रेटर नोएडा करने का भेजा प्रस्ताव

जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा ग्रेटर नोएडा को अपने नाम का रेलवे स्टेशन मिलने की कवायद

By JagranEdited By: Publish:Tue, 23 Nov 2021 08:16 PM (IST) Updated:Tue, 23 Nov 2021 08:16 PM (IST)
बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का नाम ग्रेटर नोएडा करने का भेजा प्रस्ताव
बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का नाम ग्रेटर नोएडा करने का भेजा प्रस्ताव

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा को अपने नाम का रेलवे स्टेशन मिलने की कवायद तेज हो गई है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का नाम ग्रेटर नोएडा करने का प्रस्ताव भारतीय रेलवे व प्रदेश सरकार को भेजा है। दरअसल बोड़ाकी रेलवे स्टेशन मल्टी माडल ट्रांसपोर्ट हब के अंतर्गत अपग्रेड किया जाएगा। इसके बाद यहां से जिले के निवासियों को लंबी दूरी की एक्सप्रेस व सुपरफास्ट ट्रेनें मिल सकेंगी। अभी निवासियों को दिल्ली, आनंद विहार व गाजियाबाद रेलवे स्टेशन का रुख करना पड़ता है।

अगले कुछ वर्षों में जिले की कनेक्टिविटी देश में अव्वल दर्जे की हो जाएगी। एक तरफ नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से 2024 के आखिरी तक हवाई जहाज उड़ान भरने लगेंगे। वही मल्टी माडल ट्रांसपोर्ट हब के तहत बोड़ाकी रेलवे स्टेशन को अपग्रेड व अंतरराज्यीय बस अड्डा भी बनेगा। इंटिग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड (आइआइटीजीएनएल) बोड़ाकी के आसपास मल्टीमाडल ट्रांसपोर्ट हब विकसित करेगा। परियोजना के लिए जमीन अधीग्रहण का कार्य आखिरी चरण में है। वर्तमान में बोड़ाकी में एक्सप्रेस ट्रेनें नहीं रुकती हैं। रेल मंत्रालय से एक्सप्रेस ट्रेन के लिए पहले ही अनुबंध हो चुका है। इस के तहत यहां से 16 एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जाएंगी। बोड़ाकी रेलवे स्टेशन का सुंदरीकरण भी होगा। ऐसे में अब इसके नाम ग्रेटर नोएडा करने का निर्णय आइआइटीजीएनएल ने किया है। टाउनशिप लिमिटेड ने जिलाधिकारी के जरिए रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के लिए प्रस्ताव भेज दिया है।

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ट्रांसपोर्ट हब की डीपीआर तैयार

मल्टीमाडल ट्रांसपोर्ट हब की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार हो गई है। आइआइटीजीएनएल अब टेंडर की प्रक्रिया शुरू करने में जुट गया है। जानकारी के मुताबिक दिसंबर के तीसरे सप्ताह तक टेंडर निकाल दिया जाए।

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शासन को नाम बदलने के लिए प्रस्ताव भेज दिया गया है। जल्द ही इसकी मंजूरी मिल जाएगी। बोड़ाकी रेलवे स्टेशन के कायाकल्प से क्षेत्र के निवासियों को काफी सहूलियत मिलेगी।

- नरेंद्र भूषण, एमडी, आइआइटीजीएनएल

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