अवैध शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़, चार दबोचे

अवैध शराब के सौदागरों के पांव जिले में तेजी से पसर रहे हैं। ताजा मामले में बीटा दो व हापुड़ पुलिस के संयुक्त अभियान में सिग्मा सेक्टर के खाली मकान से अवैध शराब के 720 पव्वे पकड़े गए है। मौके से चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है जो शराब की पैकिग कर रहे थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 08:41 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 08:41 PM (IST)
अवैध शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़, चार दबोचे
अवैध शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़, चार दबोचे

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : अवैध शराब के सौदागरों के पांव जिले में तेजी से पसर रहे हैं। ताजा मामले में बीटा दो व हापुड़ पुलिस के संयुक्त अभियान में सिग्मा सेक्टर के खाली मकान से अवैध शराब के 720 पव्वे पकड़े गए है। मौके से चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, जो शराब की पैकिग कर रहे थे। ठेकों पर शराब आपूर्ति के लिए आरोपितों को प्रति पेटी 50 रुपये मिलते थे।

डीसीपी ग्रेटर नोएडा राजेश कुमार सिंह ने बताया कि बीटा दो व हापुड़ पुलिस को अवैध शराब फैक्ट्री के संबंध में मुखबिर से सूचना मिली थी। सूचना पर बीटा दो कोतवाली प्रभारी सुजीत उपाध्याय की टीम ने सिग्मा चार सेक्टर के मकान नंबर सी 18 में बुधवार तड़के छापेमारी की। यहां शराब की पैकिग कर रहे चार आरोपितों को मौके से गिरफ्तार किया गया, जबकि छह अन्य आरोपित मौके से भाग निकले। मौके से अवैध शराब के पव्वे के अलावा पांच कट्टे ढक्कन, दो कट्टे खाली पव्वे, आठ कैन प्लास्टिक खाली, दो ड्रम प्लास्टिक खाली, दो बोतल खाली एसेंस (केमिकल), एक प्लास्टिक की कैन में चार लीटर कलर, एक ढक्कन सील करने की मशीन, दो हजार ढक्कन का फर्जी सील बारकोड, 10 किलोग्राम यूरिया और एक कार बरामद की गई है।

इनकी हुई गिरफ्तारी

ग्रेटर नोएडा के रहने वाले दीपक व मनीष, कुलदीप निवासी मैनपुरी और दीपक कुमार निवासी मेरठ। यह है फरार

वीरपाल, सोमवरी, अमित, पिटू, सारसिज, संजय अभी फरार है। पुलिस टीम उनकी तलाश कर रही है। फरार आरोपितों में कुछ बुलंदशहर के भी रहने वाले है। मकान मालिक व प्रापटी डीलर की भी तलाश

पुलिस ने अवैध शराब के मामले में मकान मालिक व मकान किराए पर दिलाने वाले प्रापर्टी डीलर को भी आरोपित बनाया है। संजय मकान मालिक है, जबकि सारसिज प्रापर्टी डीलर है, जिसने मकान किराए पर दिलवाया था। खाली मकान बने चुनौती

रिहायशी सेक्टरों में खाली पड़े मकान आबकारी व पुलिस विभाग के लिए चुनौती बन रहे है। इन मकानों में अवैध धंधे संचालित किए जा रहे है। लगातार अभियान नहीं चलाने की वजह से शराब माफियाओं के हौंसले बुलंद हैं। बॉक्स

कासना में भी पकड़ी गई थी फैक्ट्री

कुछ दिनों पहले कासना औद्योगिक क्षेत्र में अवैध शराब की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। मौके से दो लोगों के शव बरामद हुए थे। दोनों अवैध शराब के कारोबार से जुड़े थे। अवैध शराब की फैक्ट्री के तार बुलंदशहर से जुड़े थे।

chat bot
आपका साथी