जिले में घटने की बजाय बढ़ रहे ब्लैक स्पाट, हलक में जान

प्रवीण विक्रम सिंह ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्ध नगर में बढ़ती आबादी व नई सड़कों के साथ-साथ ब्लैक स्पाट भी बढ़ रहे है। पिछले एक वर्ष में ब्लैक स्पाट की संख्या नहीं घटी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 10:03 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 10:03 PM (IST)
जिले में घटने की बजाय बढ़ रहे ब्लैक स्पाट, हलक में जान
जिले में घटने की बजाय बढ़ रहे ब्लैक स्पाट, हलक में जान

प्रवीण विक्रम सिंह, ग्रेटर नोएडा : गौतमबुद्ध नगर में बढ़ती आबादी व नई सड़कों के साथ-साथ ब्लैक स्पाट भी बढ़ रहे है। पिछले एक वर्ष में ब्लैक स्पाट की संख्या नहीं घटी है। वर्तमान में जिले में करीब 33 ब्लैक स्पाट है। इन ब्लैक स्पाट पर लगातार लोगों की जान जा रही है। शहरी के अलावा देहात क्षेत्र में चिह्नित ब्लैक स्पाट पर हादसों का दौर जारी है। इन स्थानों से गुजरने के दौरान लोगों की जान हलक में रहती है। यमुना एक्सप्रेस-वे व देहात के ब्लैक स्पाट पर होने वाले हादसों पर अंकुश लगाना चुनौती भरा है।

दरअसल, जिले में बाहर से आने वाले वाहनों की संख्या अधिक रहती है। यमुना हो या फिर नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे। इन पर होने वाले हादसों में अधिकतर दूसरे जिलों के रहने वाले लोगों की जान जाती है जो कि गौतमबुद्ध नगर, दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद में किराये पर रहकर नौकरी करते हैं। इसका मुख्य कारण ब्लैक स्पाट पर सांकेतिक बोर्ड का नहीं होना है। यही वजह है कि 2020 में संपूर्ण लाकडाउन के दौरान बस हादसे रुके, लेकिन उसके बाद लगातार हादसे हो रहे हैं। देहात के यह ब्लैक स्पाट हैं जानलेवा

धूम मानिकपुर, तिलपता चौक, मुख्य सड़क देवला, हल्दौनी मोड़, चूहड़पुर अंडरपास, पटवारी बाग। रफ्तार का पालन जरूरी

यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसों पर अंकुश लगाने के लिए रफ्तार का पालन करना भी जरूरी है। एक्सप्रेस-वे पर निर्धारित स्पीड 100 किलोमीटर प्रतिघंटा है। इसके बाद भी लोग 150 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से वाहन दौड़ाते हैं। एक्सप्रेस-वे पर हुए ओवर स्पीडिग के चालान में अधिकतर वाहनों की रफ्तार निर्धारित से डेढ़ गुना ज्यादा दर्ज की गई है। ब्लैक स्पाट पर इन बातों का हो अमल

- संबंधित क्षेत्र के थानेदार के अलावा पुलिस विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के मोबाइल नंबर अंकित कर बोर्ड लगाए जाएं, जिससे कि तत्काल मदद मिल सके।

- विभागीय टीम इन स्थानों पर जाकर हादसों की वजह तलाशे और फिर उन्हें दूर करने का प्रयास करें। एक्सप्रेस-वे पर बीते दिनों हुए प्रमुख हादसे

- 13 जून को यमुना एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार कार ट्रक से टकराई। हादसे में दिल्ली निवासी संतोष, उषा देवी और सतपाल की मौत

- 12 जुलाई को नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर सड़क हादसे में बीएसएफ जवान भगत सिंह की पत्नी पूजा व बेटे रितेश की मौत

- पांच जुलाई को यमुना एक्सप्रेस-वे पर मां की तेरहवीं से लौट रहे प्रबंधक बेटे अतुल मिश्रा व उनके पिता राकेश की सड़क हादसे में मौत

- 30 अप्रैल को नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे पर हादसे में विजयंत शर्मा और प्रवीण की सड़क हादसे में मौत।

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कमियों को दूर करने की कोशिश लगातार की जा रही है। ब्लैक स्पाट चिह्नित होने के बाद उनकी मानिटरिग की जाती है। कुछ ब्लैक स्पाट पर कमी दूर की गई है जहां रह गई उनको भी जल्द ही दूर किया जाएगा।

-गणेश प्रसाद, डीसीपी ट्रैफिक

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