फीस वसूली को लेकर निजी स्कूलों की मनमानी से अभिभावक परेशान
जागरण संवाददाता नोएडा कोरोना वायरस से बचाव के चलते लॉकडाउन के इस दौर में फीस को ल
जागरण संवाददाता, नोएडा : कोरोना वायरस से बचाव के चलते लॉकडाउन के इस दौर में फीस को लेकर निजी स्कूलों की मनमानी से परेशान जीएनजी पेरेंट्स एसोसिएशन व अभिभावकों ने शनिवार को जिलाधिकारी से मुलाकात की। अभिभावकों का आरोप है कि निजी स्कूल प्रबंधन सरकार के तमाम आदेशों के बावजूद अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। स्कूल फीस अधिनियम के दिशा निर्देशों के विपरीत निजी स्कूलों द्वारा किताबें, यूनिफार्म व ट्यूशन फीस के अलावा कम्पोजिट फीस के नाम पर ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं। इससे अभिभावकों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे कठिन समय में अभिभावकों की फीस में रियायत की मांग को लेकर वे निरंतर प्रयास करते रहेंगे। फीस माफी के मुद्दे पर उनके द्वारा पहले ही मुख्य सचिव व अपर मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश को पत्र भेजा गया है। साथ ही उन्होंने शासन के आदेशों का पालन न करने वाले निजी स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
जीएनजी पेरेंट्स एसोसिएशन के योगेश ने बताया कि स्कूल फीस में छूट को लेकर आंदोलन काफी लंबे समय से चल रहा है। एसोसिएशन बीते लंबे समय से अभिभावकों की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने का काम कर रही है। जिसके चलते उनके साथ ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट, नोएडा और गाजियाबाद के हजारों अभिभावक जुड़े हैं। एसोसिएशन द्वारा कई ट्विटर कैंपेन चलाए गए हैं, जिसमें हजारों अभिभावकों ने ट्वीट के माध्यम से सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने की कोशिश की। अभी तक सरकार की ओर से इस मुद्दे पर कोई कदम नहीं उठाया गया है। लॉकडाउन के चलते अभिभावकों की आर्थिक स्थिति पर भी गंभीर असर पड़ा है। जिसके चलते उनके द्वारा तीन माह की फीस दे पाना मुश्किल है। ऐसे में सरकार से मांग है कि निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाई जाए। इस दौरान अनिल पुंडीर, प्रकाश कोटिया, रजनीश पांडेय, चनजीत सिंह आदि मौजूद रहे।