जिले में दबे पांव दस्तक दे रहा डेंगू-मलेरिया
वैश्विक महामारी कोरोना के बीच स्वास्थ्य विभाग के लिए दबे पांव दस्तक दे रहा डेंगू और मलेरिया चुनौती बन रहा है।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
वैश्विक महामारी कोरोना के बीच स्वास्थ्य विभाग के लिए दबे पांव दस्तक दे रहा डेंगू और मलेरिया चुनौती बन रहा है। इसके बावजूद जिला मलेरिया विभाग लार्वा खोजने के बजाय दफ्तर में हाथ पर हाथ धरे बैठा है। सीमित जांच के बाद भी अब तक मलेरिया और डेंगू के 27-27 मरीज मिल चुके हैं। सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में डेंगू व मलेरिया के लक्षण वाले 200 से ज्यादा मरीज हर दिन पहुंच रहे हैं।
सितंबर में डेंगू के सिर्फ आठ मरीज मिले थे, लेकिन लार्वा सर्वे में गंभीरता न बरतने से अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में इनका आंकड़ा 23 हो गया। अब ये संख्या 27 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग ने लक्षणों के आधार पर सिर्फ 314 लोग की ही एलाइजा किट से जांच की। इसके अलावा 43 हजार 684 जांच में मलेरिया के भी 27 ही मरीज मिले हैं। पिछले महीने तक यह आंकड़ा 15 था। खास ये कि निजी अस्पतालों में जाने वाले डेंगू व मलेरिया मरीजों का आंकड़ा तक स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है। मलेरिया विभाग लार्वा सर्वे व जागरूकता अभियान न चलाने के पीछे कर्मचारियों की कमी की दुहाई दे रहा है। मलेरिया के लक्षण
- चक्कर आना
- सांस फूलना
- बुखार आना डेंगू के लक्षण
- तेज बुखार
- सिर दर्द
- आखों के पीछे दर्द
- मांसपेशियां और जोड़ो में दर्द चिकनगुनिया के लक्षण
- बुखार
- कमजोरी
- जोड़ों में तेज दर्द
बीमारियों से बचाव के तरीके
-घर की छत व आसपास पानी न एकत्र होने दें
-पूरे शरीर को कपड़े से ढंक कर रहें
-मच्छरदानी का प्रयोग करें जिले में पिछले चार वर्षों का आंकड़ा
वर्ष डेंगू मलेरिया
2017 13 402
2018 28 434
2019 40 424
2020 27 27 वर्जन..
निजी अस्पतालों को नए मरीज मिलने पर तत्काल विभाग में जानकारी देने के आदेश हैं। एलाइजा जांच में डेंगू की पुष्टि होने पर ही मरीज को आंकड़ों में शामिल किया जाएगा। विभाग बीमारी को नियंत्रित करने के प्रयास में जुटा है।
-डॉ.राजेश शर्मा, जिला मलेरिया अधिकारी