एक फीसद होम आइसोलेट संक्रमितों को कोविड अस्पताल की जरूरत
-होम आइसोलेट छह संक्रमितों को कोविड अस्पताल में कराया गया भर्ती जागरण संवाददाता नोएडा
-होम आइसोलेट छह संक्रमितों को कोविड अस्पताल में कराया गया भर्ती जागरण संवाददाता, नोएडा:
जिले में रैपिड एंटीजेन किट से कोरोना जांच बढ़ने के साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़ी है। 80 फीसद संक्रमित बिना लक्षण वाले (एसिम्टोमैटिक) मिले है। होम आइसोलेशन की सुविधा शुरू होने के बाद कई एसिम्टोमैटिक संक्रमितों को होम आइसोलेट किया गया है। राहत भरी खबर यह है कि होम आइसोलेशन में हालत बिगड़ने पर महज एक फीसद लोग को फैसिलिटी सेंटर (कोविड अस्पताल) में भर्ती करना पड़ा है। इससे अधिकारी होम आइसोलेशन फैसिलिटी को कारगार मान रहे हैं।
दरअसल जिले में करीब तीन सप्ताह पूर्व होम आइसोलेशन की सुविधा शुरू की गई थी। मंगलवार तक 515 लोग को होम आइसोलेट किया चुका है। 154 लोग को होम आइसोलेट की अवधि पूरी करने पर कोरोना निगेटिव घोषित कर दिया है। यह लोग सात दिन के होम क्वारंटाइन पर रहेंगे। होम आइसोलेट रहने के दौरान सिर्फ छह मरीजों को सांस संबंधित समस्या होने पर कोविड अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है। यह कुल संक्रमितों का 1.16 फीसद है। वहीं अन्य मरीज को होम आइसोलेट के दौरान कोई परेशानी नहीं हुई है। ऐसे लोग सामान्य दवाओं के जरिए ही ठीक हुए हैं।
नोडल अधिकारी डॉ. ललित कुमार ने बताया कि होम आइसोलेट मरीजों की निगरानी के लिए एक टीम लगातार उनके संपर्क में रहती है। इसके लिए मरीजों को एक एप डाउनलोड कराया जाता है। मरीजों को प्रतिदिन इस एप पर अपनी जानकारी देनी होती है। रैपिड रिस्पांस टीम प्रतिदिन आक्सीजन स्तर से लेकर संक्रमितों के शरीर के तापमान की जानकारी लेती है। संक्रमित मरीजों को खुद ही पल्स ऑक्सीमीटर से अपना ऑक्सीजन स्तर मापकर टीम को भेजना होता है। थर्मल स्कैनर से शरीर के तापमान की जानकारी भेजनी होती है।