ओलावृष्टि के साथ तेज बारिश, नफा कम नुकसान ज्यादा

आलावृष्टि व तेज बारिश के बाद कृषि विभाग नफा नुकसान का आंकलन करने में जुटा है। विकास खंड़ स्तर पर तैनात कर्मचारियों से क्षेत्र का दौरा कराया जा रहा है। बृहस्पतिवार की रात हुई ओलावृष्टि के साथ बारिश की वजह से जिले में नफा-नुकसान दोनों के मिले जुले असर देखने को मिले है। वहीं शुक्रवार सुबह को दादरी दनकौर व जेवर में बारिश के साथ दोबारा ओले पड़े। विकास खंड बिसरख दनकौर व बिलासपुर में भी देर शाम तक हल्की बूंदा-बांदी देखने को मिली।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 07:59 PM (IST) Updated:Sat, 14 Dec 2019 06:11 AM (IST)
ओलावृष्टि के साथ तेज बारिश, नफा कम नुकसान ज्यादा
ओलावृष्टि के साथ तेज बारिश, नफा कम नुकसान ज्यादा

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ओलावृष्टि व तेज बारिश के बाद कृषि विभाग नफा नुकसान का आकलन करने में जुटा है। विकास खंड पर तैनात कर्मचारियों से क्षेत्र का दौरा कराया जा रहा है। बृहस्पतिवार की रात हुई ओलावृष्टि के साथ बारिश की वजह से जिले में किसानों को नफा कम और नुकसान ज्यादा हुआ है। वहीं शुक्रवार सुबह को भी दादरी दनकौर व जेवर में बारिश के साथ दोबारा ओले पड़े। विकास खंड बिसरख, दनकौर व बिलासपुर में भी देर शाम तक हल्की बूंदा-बांदी देखने को मिली। ओलावृष्टि ने सरसों व आलू की खेती करने वाले किसानों की जहां धड़कने बढ़ा दी है। वहीं गेहूं की अगेती खेती करने वाले किसानों के लिए बारिश फायदेमंद साबित हुई है। बता दें कि बृहस्पतिवार को सुबह से ही मौसम बदला सा रहा। समूचे एनसीआर में बारिश के साथ कई स्थानों पर ओले पड़े। विकास खंड बिसरख, दादरी व जेवर में बारिश के साथ ओले सरसों व आलू की फसल के लिए आफत बनकर बरसें। हालांकि कृषि विभाग ने गेहूं की फसल की बुवाई करने वाले किसानों के लिए बारिश को रामबाण बताया है। बारिश के बाद प्रदूषण के स्तर में खासा सुधार देखने को मिला है। गेहूं की फसल को मिली संजीवनी :

बारिश के साथ पड़े ओले आलू व सरसों की फसल के लिए नुकसान माने जा रहे है। वहीं बारिश ने गेहूं फसल में संजीवनी का काम किया है। गेहूं की अगेती फसल करने वाले किसान फसल को पहली सिचाई देने की तैयारी कर रहे थे। गेहूं की खेती करने वाले किसानों का मानना है कि बारिश ने उनकी एक सिचाई का खर्च बचा दिया है। हालांकि आलू व सरसों की खेती में कितना नुकसान हुआ कृषि अधिकारी असमंजस में है। कृषि विभाग के मुताबिक इस मौसम में बारिश आलू व सरसों की खेती के लिए बेहद नुकसान दायक होती है। गौतमबुद्ध नगर के दादरी, दनकौर, जेवर समेत बिलासपुर में इन दिनों गेहूं के साथ सरसों व आलू की खेती लहलहा रही हैं। कई स्थानों पर हुआ जलभराव : बारिश ने जिला प्रशासन व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के दावों की पोल खोल कर रख दी है। बृहस्पतिवार की रात बदरा जमकर बरसे। इसके साथ ही शुक्रवार को भी दादरी व जेवर इलाके में ओलावृष्टि के साथ हल्की बारिश दिनभर होती रही। बरसात से ग्रेटर नोएडा वेस्ट समेत कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। जगह-जगह जलभराव के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बारिश से शहर की सफाई व्यवस्था भी चरमरा गई। गंदगी से अटे पड़े नालों की सफाई न होने की वजह से बारिश का पानी सड़कों पर बह निकला। कासना साइट चार में कई मार्केट में पानी अंदर तक घुस गया। सड़कों पर जलभराव होने की वजह से स्कूली बच्चों व नौकरीपेशा वर्ग को सबसे ज्यादा समस्याओं का सामना करना पड़ा है। इस मौसम में बारिश आलू व सरसों की फसल के लिए नुकसानदेह साबित होती है। हालांकि बारिश के साथ पड़े ओले गेहूं की फसल के लिए रामबाण साबित हुए है। बारिश का जिले में हुए नफा-नुकसान का आंकलन कराया जा रहा है।

-तन्नवी शर्मा, जिला कृषि अधिकारी

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