गांव के मुकाबले शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या दोगुनी

आशीष धामा नोएडा भले ही जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ी हो लेकिन गांव के मुकाबले शहर में संक्रमितों की संख्या दोगुनी है। पिछले चार दिन की बात करें तो शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण का अनुपात 65 35 निकलकर आया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 09:16 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 09:16 PM (IST)
गांव के मुकाबले शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या दोगुनी
गांव के मुकाबले शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या दोगुनी

आशीष धामा, नोएडा : भले ही जिले में कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ी हो, लेकिन गांव के मुकाबले शहर में संक्रमितों की संख्या दोगुनी है। पिछले चार दिन की बात करें तो शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण का अनुपात 65 : 35 निकलकर आया है। शहर में संक्रमण ने जहां लोगों को दहशत में रखा है, वहीं गांवों में भी दबे पैर पसार रहा है। यह कहना भी गलत नहीं कि अब संक्रमण शहर से गांव की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए कंटेनमेंट जोन पर नजर डालें, तो दूसरी लहर का कहर शहर की हाईराइज सोसायटी में ज्यादा फैल रहा है, जबकि पहली लहर में सर्वाधिक झुग्गी- झोपड़ियों में मिले थे। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में पिछली बार भी संक्रमण की दर कम ही रही थी। हालांकि, दूसरी लहर का प्रकोप मई के पहले सप्ताह से गांव में देखा जा रहा है। रहस्यमयी बुखार समेत अन्य बीमारियों के चलते गांवों में कई लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कोरोना जांच शहरों के मुकाबले संक्रमित कम ही मिले हैं। जिले में दादरी, दनकौर व जेवर ब्लाक ग्रामीण क्षेत्र है। तीन ब्लॉक में अब तक 10 हजार कोरोना के मामले सामने आ चुके हैं। दनकौर में संक्रमण बढ़ रहा है, जबकि बिसरख का आधा क्षेत्र शहरी होने के चलते यहां संक्रमण की चेन टूटने का नाम नहीं ले रही है। बेहतर इम्युनिटी के साथ टेस्टिग का अभाव बढ़ा रहा अंतर : सेक्टर-137 स्थित फेलिक्स अस्पताल के प्रबंधक डॉ.डीके गुप्ता बताते हैं कि गौतमबुद्ध नगर जिले की आबादी लगभग 24 लाख है। गांव से ज्यादा लोग शहर में रह रहे हैं। वहीं सेमी अर्बन एरिया भी है। इस बात से कतई झुठलाया नहीं जा सकता है कि देहात क्षेत्रों में लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। उनका बेहतर खानपान, समय पर सोना व जागना और श्रम उन्हें शारीरिक तौर से स्वस्थ व मजबूत बनाता हैं। शहरी क्षेत्रों में लोग खानपान के साथ व्यायाम व नींद लेने में भी लापरवाही बरतते हैं। इसके चलते संक्रमण तेजी से उन्हें अपना शिकार बना रहा है। वहीं जांच दर भी शहर में ही तेज हैं। गांवों में संक्रमित कम मिलने का एक कारण जांच न होना भी हो सकता है। लगातार गांवों से लोगों के मरने की सूचना आ रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को गांव-गांव कैंप लगाकर जांच करने की भी जरूरत है। बॉक्स..

पिछले चार दिनों में गांव व शहरों में मिले संक्रमित

दिनांक शहर गांव कुल

14 मई 506 212 718

15 मई 290 190 480

16 मई 210 167 377

17 मई 312 145 457

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जिले में ब्लाकवार संक्रमितों की संख्या

ब्लाक संक्रमित

बिसरख 18,000

दनकौर 7,000

दादरी 2,000

जेवर 1,000

अन्य शहरी क्षेत्र 31,944

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