जमीन अधिग्रहण के लिए तैयार एसआइए को विशेषज्ञ समिति की स्वीकृति

जागरण संवाददाता ग्रेटर नोएडा नोएडा एयरपोर्ट की जमीन अधिग्रहण के लिए तैयार सामाजिक सम

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 07:58 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 07:58 PM (IST)
जमीन अधिग्रहण के लिए तैयार एसआइए को विशेषज्ञ समिति की स्वीकृति
जमीन अधिग्रहण के लिए तैयार एसआइए को विशेषज्ञ समिति की स्वीकृति

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : नोएडा एयरपोर्ट की जमीन अधिग्रहण के लिए तैयार सामाजिक समाघात निर्धारण रिपोर्ट (एसआइए) को विशेषज्ञ समिति ने अनुमोदित कर दिया है। शासन इस रिपोर्ट पर निर्णय लेगा। स्वीकृति मिलने के बाद जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई आगे बढ़ेगी। यह जमीन नोएडा एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए ली जाएगी।

नोएडा एयरपोर्ट के दूसरा चरण पहले की साथ ही शुरू होगा। इसके लिए छह गांव करौली बांगर, बीरमपुर, कुरैब, रन्हेरा, दयानतपुर, मुढरह की 1365 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की जा रही है। इस जमीन को मेंटेनेंस, रिपेयर, ओवरहालिग एमआरओ के लिए उपयोग किया जाएगा। एमआरओ के साथ इस पर एक रनवे भी बनेगा।

गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय ने जमीन अधिग्रहण से प्रभावित सभी छह गांवों में सर्वे कर सामाजिक समाघात निर्धारण रिपोर्ट तैयार की थी। किसानों की आपत्ति निस्तारण के बाद इसे विशेषज्ञ समिति के पास भेजा गया था। सात सदस्यीय विशेषज्ञ समिति ने इस रिपोर्ट को अनुमोदित कर दिया है।

अब शासन इस रिपोर्ट पर फैसला लेगा। शासन की स्वीकृति के बाद जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई को जिला प्रशासन आगे बढ़ाएगा।

दूसरे चरण की जमीन अधिग्रहण से 6,839 परिवार प्रभावित होंगे। इनमें से 5,063 को विस्थापित करने की जरूरत होगी। ग्रामीण जमीन अधिग्रहण के एवज में चार गुना मुआवजा, परिसंपत्ति का एकमुश्त मुआवजा समेत रबूपुरा के नजदीक बसाने की मांग प्रशासन के सामने रख चुके हैं।

जिला प्रशासन पुनर्वास एवं पुन‌र्व्यवस्थापन की योजना तैयार करते दौरान ग्रामीणों की मांग पर फैसला करेगा। पहले चरण में हुई थी 1334 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत

नोएडा एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए छह गांव रोही, पारोही, किशोरपुर, रन्हेरा, दयानतपुर, बनबारीवास की 1334 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की गई है। इस जमीन पर एयरपोर्ट को पहला चरण पूरा होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 नवंबर के नोएडा एयरपोर्ट का शिलान्यास कर चुके हैं। पहले चरण में दो रनवे, टर्मिनल बिल्डिंग, एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर समेत अन्य यात्री सुविधाएं विकसित की जाएंगी। एयरपोर्ट से प्रभावित 3003 परिवारों को जेवर बांगर में बसाया गया है।

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