हाईराइज सोसायटी में उड़ रही एनजीटी नियमों की धज्जियां
जागरण संवाददाता नोएडा शहर में बढ़ते जल प्रदूषण की रोकथाम के लिए प्राधिकरण ने अभियान
जागरण संवाददाता, नोएडा :
शहर में बढ़ते जल प्रदूषण की रोकथाम के लिए प्राधिकरण ने अभियान चलाकर 33 हाईराइज सोसायटी में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निरीक्षण किया। यहां अधिकांश सोसायटी में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के नियमों का उल्लघंन पाया गया। इनमें कई सोसायटियों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण नहीं कराया गया था और कुछ में एसटीपी ठीक से काम नहीं कर रहा था। इन सभी को नोटिस जारी कर दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि प्राधिकरण की टीम ने दो अगस्त से छह अगस्त तक शहर की हाईराइज सोसायटी में एसटीपी को लेकर निरीक्षण अभियान चलाया था। शिकायत मिली थी हाईराइज सोसायटी में सीवरेज पानी बिना शोधित किए सीधे नाले में छोड़ा जा रहा है। इससे भू-जल दूषित हो रहा है। ऐसे में निरीक्षण में दोषी पाए गए बिल्डर या एओए पर जल संरक्षण अधिनियम-1976 के अधीन दंडात्मक कार्रवाई के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में रिपोर्ट भेजी जा रही है। साथ ही नोएडा प्राधिकरण द्वारा इनको जारी किए जा चुके नोटिस और वर्तमान में जारी किए जाने वाले नोटिस के आधार पर जुर्माना तय किया जाएगा।
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इन सोसायटियों में एसटीपी का निर्माण नहीं
-स्काईटेक मेटरॉट
-सेक्टर-76 आम्रपाली सिलीकॉन
-एसोटेक विडसर कोर्ट
-सिक्का कार्मिक एंड आदित्य अर्बन केस सेक्टर-78
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एसटीपी क्रियाशील लेकिन मानकों पर नहीं खरे
-सुपरटेक केपटाउन
-अंतरिक्षम गोल्फ व्यू-2
-सनशाइन हाइटस
-एम्स मैक्स गार्डिनिया डेवलपरर्स सेक्टर-75
-मैक्स वेलिस
-पारस टियारा
-ब्लास्म काउंटी
-अजनारा होम्स
- सेक्टर-137 एंड अंतरिक्क्ष फॉरेस्ट
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अभियान निरंतर जारी रहेगा, जहां पर एनजीटी के नियमों का उल्लघंन पाया जाएगा, उस पर सख्ती से कार्रवाई होगी।
-इंदु प्रकाश सिंह, ओएसडी, नोएडा प्राधिकरण