यमुना प्राधिकरण का संस्थागत भूखंडों का आवंटन, बनेगी रोजगार की संभावना
इससे पहले 30 जून को भी पांच औद्योगिक व तीन संस्थागत भूखंडों का आवंटन किया गया था। औद्योगिक भूखंड अपैरल पार्क के लिए भी आवंटित किया गया।
ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway Industrial Development Authority) शुक्रवार को संस्थागत भूखंडों का आवंटन करेगा। इससे जिले में रोजगार के अवसरी बढ़ेंगे। इससे पहले 30 जून को भी पांच औद्योगिक व तीन संस्थागत भूखंडों का आवंटन किया गया था। औद्योगिक भूखंड अपैरल पार्क के लिए भी आवंटित किया गया। सीईओ की अध्यक्षता में गठित आवंटन समिति ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आवेदकों के साक्षात्कार के बाद भूखंड आवंटन का फैसला लिया था। भूखंड आवंटन से प्राधिकरण क्षेत्र में 49.78 करोड़ रुपये का निवेश और 2182 लोगों को रोजगार मिलेगा।
बता दें कि यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में अपैरल पार्क स्थापित करने के लिए सोसायटी ऑफ नोएडा अपैरल एक्सपोर्ट क्लस्टर ने प्रदेश सरकार के साथ 2018 में हुए इंवेस्टर समिट में एमओयू किया था। इसके तहत 64 उद्यमियों ने औद्योगिक इकाई लगाने के लिए यमुना प्राधिकरण ने आवेदन किया था। प्राधिकरण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से आवेदकों का साक्षात्कार कर भूखंड आवंटन किया गया।
30 जून को सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह की अध्यक्षता में गठित आवंटन समिति ने पांच आवेदकों का साक्षात्कार कर भूखंड आवंटन का फैसला लिया। यह भूखंड एच एंड एम ट्रेडर्स, ट्वेंटी सेकेंट माइल्स, प्रूडेंट एक्जिम, एसके टेक्सटाइल मिल्स, रघु क्रिएशन को आवंटित किए गए हैं। इन्हें 9500 वर्गमीटर भूमि आवंटित की गई है। इसके जरिये प्राधिकरण क्षेत्र में 31.73 करोड़ का निवेश और 1708 लोगों को रोजगार मिलेगा। औद्योगिक के अलावा प्राधिकरण ने चार संस्थागत भूखंडों के आवेदनकर्ताओं का भी साक्षात्कार किया और तीन को भूखंड आवंटन का फैसला किया था।
डॉ. अरुणवीर सिंह (सीईओ, यमुना प्राधिकरण) की मानें तो संस्थागत भूखंड परफेक्शन वेंचर्स, विजेंद्र शर्मा एंड एसोसिएट्स, केबीपीएल इंफ्रास्ट्रक्चर को सेक्टर 22 ई में आवंटित किए गए हैं। इससे प्राधिकरण में 18.05 करोड़ का निवेश व 474 लोगों के लिए रोजगार सृजन होगा प्राधिकरण क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के लिए औद्योगिक एवं संस्थागत भूखंडों का आवंटन किया गया है। वीडियो कॉन्फ्रें¨सग के माध्यम से आवेदकों का साक्षात्कार करने के बाद भूखंड आवंटन किया गया है। इससे प्राधिकरण में निवेश के साथ रोजगार सृजन भी होगा।