ब्वाय फ्रेंड और भाई के साथ चला रही थी हनीट्रैप का रैकेट, बैंक प्रबंधक को ब्लैकमेल करना पड़ गया भारी

Noida Honeytrap News पुलिस को शिवानी के मोबाइल से बीस से अधिक अश्लील वीडियो मिली है। इन्हीं वीडियो के जरिये आरोपित युवकों को ब्लैकमेल कर हनीट्रैप में फंसाया जाता था। वीडियो को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Thu, 08 Jul 2021 05:20 PM (IST) Updated:Thu, 08 Jul 2021 05:20 PM (IST)
ब्वाय फ्रेंड और भाई के साथ चला रही थी हनीट्रैप का रैकेट, बैंक प्रबंधक को ब्लैकमेल करना पड़ गया भारी
बैंक प्रबंधक को हनीट्रैप में फंसा ब्लैकमेल कर पांच लाख मांगने वाली महिला दबोची

ग्रेटर नोएडा, जागरण संवाददाता। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में चार साल से चल रहे हनीट्रैप गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। एक महिला व उसके पुरूष मित्र को गिरफ्तार किया गया है जबकि उसका भाई मौके से भाग निकला। महिला शादी करने के इच्छुक नई उम्र के युवाओं से जीवनसाथी डॉट काम पर दोस्ती करती थी। जैसे ही युवक मिलने के लिए आता था उसकी वीडियो बनाकर दुष्कर्म के झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देती थी। ब्लैकमेल कर युवकों से पांच से दस लाख रुपये वसूलती थी। बैंक प्रबंधक को हनीट्रैप में फंसा कर पांच लाख वसूलने का प्रयास किया गया। उसने मामले की शिकायत पुलिस से की तो गिरोह का पर्दाफाश हुआ है।

बिसरख कोतवाली प्रभारी अनीता चौहान ने बताया कि एक बैंक के बैंक प्रबंधक ने सूचना दी कि उसने जीवनसाथी डॉट काम के जरिये एक महिला से मुलाकात की। यह मुलाकात उसको भारी पड़ गई। महिला ब्लैकमेल कर पांच लाख रुपये मांग रही है।

पुलिस ने जाल बिछाकर बृहस्पतिवार सुबह पंचशील सोसायटी में रहने वाली आरोपित शिवानी व उसके पुरूष मित्र अमित को गिरफ्तार किया है। शिवानी के पति की चार साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। उसके बाद से वह अपने पुरूष मित्र अमित के साथ हनीट्रैप का गिरोह चला रही थी।

शिवानी का पति व अमित दोनों पूर्व में प्रापर्टी डीलर थे और प्रापर्टी निवेश में पार्टनर भी थे। पुलिस ने जीवनसाथी डॉट काम प्रबंधन को पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया है और रजिस्ट्रेशन करने वाली युवतियों की जांच करने के लिए कहा है।

मोबाइल में मिली अश्लील वीडियो

पुलिस को शिवानी के मोबाइल से बीस से अधिक अश्लील वीडियो मिली है। इन्हीं वीडियो के जरिये आरोपित युवकों को ब्लैकमेल कर हनीट्रैप में फंसाया जाता था। वीडियो को जांच के लिए लैब भेजा जाएगा।

पहले राजनगर में चलाती थी गिरोह

पुलिस को जांच में पता चला है कि चार साल से पहले आरोपित महिला गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में यह गिरोह चलाती थी। पूर्व में गाजियाबाद के कई युवकों को ब्लैकमेल कर रकम वसूली जा चुकी है।

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