सोना तस्करी के अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़े हो सकते हैं तार, बंद कमरे में 40 kg सोना मिलना खड़ा कर रहा कई सवाल
पुलिस सूत्रों से पता चला है कि गिरफ्तार आरोपित अनिल प्रापर्टी डीलर है। इसका सलारपुर में आफिस है। प्रापर्टी की खरीद-फरोख्त के चलते उसे पता चला कि डेल्टा सिल्वर सिटी सोसाइटी डेल्टा-वन के एक फ्लैट में लाखों की नकदी और करोड़ों रुपये का सोना रखा है।
नोएडा [लोकेश चौहान]। 40 किलो सोना की चोरी होने और करीब 13 किलो सोने की बरामदगी के बाद पुलिस के कान खड़े हो गए हैं। आशंका जताई जा रही है कि यह मामला सोने की तस्करी के अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़ा हो सकता है। करोड़ों रुपये की नकदी और 40 किलो सोना ऐसे मकान से मिलना, जो लंबे समय से बंद पड़ा है और कई सवाल खड़े कर रहा है। मामले में राजमणि पांडेय और किसलय पांडेय का नाम सामने आया है। इनका ग्रेटर नोएडा के जीटा-वन स्थित आम्रपाली ग्रांड में भी एक विला है। यहां राजमणि पांडेय की पत्नी और दो बच्चे रहते हैं। बताया जा रहा है कि राजमणि पांडेय और किसलय पांडेय के पास कई महंगी कार हैं।
वहीं राजमण पांडेय किसलय की लीगल फर्म में मैनेजर है। ऐसे में बेटे की फर्म में पिता के मैनेजर होने की बात पुलिस की समझ में नहीं आ रही है। वहीं ऐसी कौन सी लीगल फर्म और उसके किस तरह के क्लाइंट हैं, जो इतना पैसा देते हैं कि विला खरीदने, महंगी कार रखने और भारी मात्रा में सोना और करोड़ों रुपये की नकदी रखने के लिए अलग मकान ले लिया गया।
पुलिस की जांच अब इस दिशा में भी आगे बढ़ रही है कि दोनों की तरफ से चोरी की कोई शिकायत नहीं की गई, जिससे साफ हो रहा है कि मामला काले धन से जुड़ा है और यह सोने की तस्करी का बड़ा अड्डा था। इतनी मात्रा में सोने चोरी होने की बात सामने आने पर यह आशंका जताई जा रही है कि सोने की तस्करी के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का गिरोह सक्रिय है, जिसमें संभवता ये दोनों भी शामिल हो सकते हैं।
पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच कर रही है। इसके अलावा ईडी और आयकर की जांच में भी काफी कुछ सामने आने की उम्मीद है। आयकर की जांच में यह साफ हो जाएगा कि दोनों की तरफ से कितना आयकर दिया जाता था, जिससे इनकी आय के बारे में भी पता लगेगा। इससे साफ हो जाएगा कि नकदी और सोना काला धन है या फिर मेहनत की कमाई है।
आरोपित अनिल है प्रापर्टी डीलर
पुलिस सूत्रों से पता चला है कि गिरफ्तार आरोपित अनिल प्रापर्टी डीलर है। इसका सलारपुर में आफिस है। प्रापर्टी की खरीद-फरोख्त के चलते उसे पता चला कि डेल्टा सिल्वर सिटी सोसाइटी डेल्टा-वन के एक फ्लैट में लाखों की नकदी और करोड़ों रुपये का सोना रखा है। इसके बाद अनिल ने अपने साथियों के मिलकर वहां चोरी की थी। इसके बाद अपने आफिस में चोरी की गई नकदी और सोने के बिस्किटों को आपस में बांटा था।